मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (satya pal malik) का तीन कृषि कानूनों (Farmer law) की वापसी पर दिया विवादित बयान वायरल हो रहा है. वीडियों में वे कहते हुए नजर आ रहे हैं कि अगर वे कृषि कानून वापस नहीं लेते तो उनका हाल इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) जैसा होता. यह बयान उन्होंने 8 नवंबर को दिया. सत्यपाल मलिक के इस वीडियो पर फिल्म निर्माता अशोक पंडित भड़के हुए नजर आए. इसे लेकर उन्होंने ट्विटर पर गृह मंत्रालय, पीएम मोदी को टैग करते हुए शिकायत करी है. पंडित ने कहा “उन्हें अपने इस गैर जिम्मेदाराना बयान के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए .”
हाल में सत्यपाल मलिक को ग्लोबल जाट समिट में अतिथि के तौर पर बुलाया गया था. अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “आप सिखों को नहीं हरा सकते। उनके गुरु के चार बच्चे उनकी मौजूदगी में मारे गए थे, लेकिन उन्होंने आत्मसमर्पण नहीं किया। आप इन जाटों को भी नहीं हरा सकते हैं.”
उन्होंने धमकी देते हुए कहा,“अगर आपको लगता है कि किसान प्रदर्शनकारी अपने आप वापस चले जाएंगे, तो ये आपकी गलतफहमी है. उन्हें कुछ दें और उन्हें जाने दें। लेकिन दो काम मत करो. सबसे पहले उनके खिलाफ बल प्रयोग न करें. दूसरा उन्हें खाली हाथ घर न भेजें, क्योंकि वे (सिख) आसानी से नहीं भूलते, 300 साल बाद भी नहीं भूलते हैं.”
फार्महाउस पर ‘महा मृत्युंजय यज्ञ’
सत्यपाल मलिक यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि ऑपरेशन ब्लूस्टार के बाद इंदिरा गांधी को भी उनके आने वाले भविष्य के बारे में पता था. जब इंदिरा ने अकाल तख्त को नष्ट किया, तो उन्होंने अपने फार्महाउस पर ‘महा मृत्युंजय यज्ञ’ करा था. अरुण नेहरू उनके अच्छे दोस्त थे, उन्होंने मुझे इसके बारे में बताया था. उन्होंने इंदिरा गांधी से कहा था कि आप तो इस तरह की बातों को नहीं मानती थीं तो फिर ये सब क्यों कर रही हैं? इस पर इंदिरा ने अरुण नेहरू से कहा था कि तुझे नहीं पता जिनका अकाल तख्त तोड़ा है, वो तो 600 साल भी नहीं भूलते हैं. मेरा पक्का विश्सान है कि ये मुझे मारेंगे.
खतरे को पहले ही भांप गईं थीं इंदिरा
मलिक ने कहा कि इंदिरा गांधी इस खतरे को पहले ही भांप गईं थीं कि वे उन्हें मारेंगे और वही हुआ. सत्यपाल मलिक ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “जनरल वैद्या को सिक्खों ने पुणे में मारा, जनरल डायर को लंदन में मारा. मैंने इनसे यह भी कहा था कि आप इनके धैर्य की परीक्षा मत लो.” गौरतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए 19 नवंबर को तीन कृषि कानून को वापस लेने का ऐलान किया था. साथ ही उन्होंने आंदोलनरत किसानों से अपने-अपने घर लौटने की अपील की.
HIGHLIGHTS
- राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने तीन कृषि कानून की वापसी पर दिया विवादित बयान
- फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने इसे गैरजिम्मेदारा बयान बताया है
Source : News Nation Bureau