किडनी, लिवर फॉर सेल -- यह पोस्टर तिरुवनंतपुरम के मनाकौड में एक घर के सामने दिखाई दिया। ये देख कर वहां से गुजरने वाले लोग सोचने लगे कि यह या तो प्रैंक है या सरकार को ट्रोल करने के लिए इस तरह की हरकत की गई है।
विज्ञापन के साथ दो फोन नंबर भी दिए गए हैं। जब नंबर डायल किए गए तो वे असली निकले। बोर्ड लगाने वाला शख्स मानाकौड़ पुथेन रोड का संतोष कुमार है जिसकी उम्र लगभग 50 साल है।
संतोष ने कहा कि वह एक फल की दुकान पर काम करता था, जहां बोरी उठाने के दौरान उसका एक्सीडेंट हो गया। उन्हें इलाज कराना पड़ा, और अब उनके पास पैसे नहीं हैं। वह मानाकौड जंक्शन के पास परिवार की जमीन का एक टुकड़ा बेचना चाहता है। हालांकि, जमीन को लेकर उसके भाई से विवाद चल रहा है।
उसके भाई ने मीडियाकर्मियों को बताया कि संपत्ति उनकी मां के नाम पर थी जो अब संतोष सहित छह भाई-बहनों के नाम पर है।
संतोष ने कहा कि उनकी पत्नी बच्चों के लिए कुछ ट्यूशन क्लास लेती थीं लेकिन कोविड-19 के बाद यह भी बंद हो गया।
ऐसे कठिन हालात में परिवार ने कहा कि उनके पास अपने महत्वपूर्ण अंगों को बेचने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं है।
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Source : IANS