महाराष्ट्र (Maharashtra) में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी (BJP) ने अपना पक्ष स्पष्ट कर दिया है. बीजेपी ने अब महाराष्ट्र में सरकार नहीं बनाएगी. राज्यपाल (Governor) से मुलाकात कर बीजेपी ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया. इसके बाद शिवसेना (Shiv Sena) नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने इसको लेकर पहले ही साफ कर दिया था कि मुख्यमंत्री तो शिवसेना से ही बनेगा. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने ऐसा कहा है, तो इसका मतलब किसी भी कीमत पर अगला मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा.
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महाराष्ट्र में पल-पल में राजनीतिक समीकरण बन और बिगड़ रहे हैं. विधानसभा चुनाव परिणाम के 17 दिनों की उठापटक के बाद भारतीय जनता पार्टी ने घोषणा कर दी है कि वो महाराष्ट्र में सरकार नहीं बनाएगी. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने रविवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करने के बाद इस बात की घोषणा की. भारतीय जनता के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि हमारे पास विधायकों की संख्या सरकार बनाने के आंकड़े से कम है जिसकी वजह से हम सबसे बड़ी पार्टी होते हुए भी सरकार नहीं बनाएंगे. उन्होंने बताया कि हम राज्यपाल को यही बात बताने के लिए राजभवन आए थे.
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वहीं शिवसेना के गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर बीजेपी ने कहा कि शिवसेना ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में जनादेश का अपमान किया है. अगर शिवसेना कांग्रेस और राकांपा के समर्थन से महाराष्ट्र में सरकार बनाना चाहती है तो उसे भारतीय जनता पार्टी की तरफ से शुभकामनाएं.
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महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर काफी हलचल मची है. किसी भी पार्टी के पास पूर्ण बहुमत नहीं होने से यह उठा-पटक चल रही है. वहीं शिवसेना 50-50 फॉर्मूला पर अड़ी है. इस बीच संजय निरुपम ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस-NCP की सरकार मात्र एक कल्पना है. महाराष्ट्र में कांग्रेस और NCP की सरकार नहीं बन सकती है. लेकिन अगर हम उस कल्पना को वास्तविकता में बदलना चाहते हैं, तो शिवसेना के समर्थन के बिना यह संभव नहीं होगा. यदि हम शिवसेना का समर्थन लेते हैं, तो यह कांग्रेस के लिए घातक साबित होगा.