संजय निरूपम (Photo Credit: फाइल फोटो)
नई दिल्ली :
कंगना रनौत (kangana Ranaut) के ऑफिस पर बुलडोजर चलाने का पूरजोर विरोध हो रहा है. यहां तक की शिवसेना सरकार में सहयोगी पार्टियां भी इसका विरोध कर रही है. एनसीप चीफ शरद पवार ने कहा कि बीएमसी की कार्रवाई ने अनावश्यक रूप से (कंगना को) बोलने का अवसर दे दिया है. वहीं अब संजय निरुपम (sanjay nirupam) ने भी इस एक्शन को प्रतिशोध से ओत-प्रोत बताया है.
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने ट्वीट करके कहा कि कंगना का ऑफिस अवैध था या उसे डिमॉलिश करने का तरीका ? क्योंकि हाई कोर्ट ने कार्रवाई को गलत माना और तत्काल रोक लगा दी. उन्होंने इस कार्रवाई को प्रतिशोध से ओत-प्रोत बताया.
कंगना का ऑफिस अवैध था या उसे डिमॉलिश करने का तरीका ?
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) September 9, 2020
क्योंकि हाई कोर्ट ने कार्रवाई को गलत माना और तत्काल रोक लगा दी।
पूरा एक्शन प्रतिशोध से ओत-प्रोत था।
लेकिन बदले की राजनीति की उम्र बहुत छोटी होती है।
कहीं एक ऑफिस के चक्कर में शिवसेना का डिमॉलिशन न शुरु हो जाए !#KanganaRanaut
संजय निरुपम ने कहा कि राजनीति की उम्र बहुत छोटी होती है. कहीं एक ऑफिस के चक्कर में शिवसेना का डिमॉलिशन न शुरु हो जाए .
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इधर, एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) ने भी कंगना के घर पर चले बुलडोजर को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है कि मुंबई पुलिस सुरक्षा के लिए काम करती है.आपको इन लोगों को प्रचार नहीं देना चाहिए.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है और बीएमसी पर शिवसेना का कब्जा है. लेकिन कंगना पर हुए कार्रवाई के बाद अब उद्धव सरकार के सहयोगी भी इसे गलत बता रहे हैं.