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मोहन भागवत, अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी( Photo Credit : फाइल फोटो)
जिस तरह से मोदी-शाह के दौर में भाजपा ने संघ के बड़े से बड़े एजेंडे को धरातल पर उतारकर दिखा दिया, उससे संगठन के पदाधिकारी भी गदगद नजर आ रहे हैं. अनुच्छेद 370, तीन तलाक, नागरिकता संशोधन जैसे कानून जहां सरकार ने बनाए तो इसी दरमियान सुप्रीम कोर्ट से बहुप्रतीक्षित राम मंदिर का मार्ग भी प्रशस्त हो गया.
ऐसे में जब नागपुर में संघ मुख्यालय पर महाराष्ट्र में भाजपा के 105 विधायकों के लिए संघ का बौद्धिक सत्र हुआ तो इसमें भी मोदी-शाह की तारीफ हुई. संघ सूत्रों के मुताबिक यह बैठक बुधवार की सुबह शाखा लगने के समय हुई थी, जिसमें संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने महाराष्ट्र के विधायकों को मोदी-शाह की हर उस कला को सीखने को कहा, जिसके दम पर वह विपक्ष पर भारी पड़ते हैं.
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दरअसल, इन दिनों नागपुर में महाराष्ट्र विधानसभा का अधिवेशन चल रहा है. सभी विधायक नागपुर में हैं. संघ सूत्रों ने बताया कि बुधवार को विधानसभा अधिवेशन शुरू होने से पहले सुबह-सुबह देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सभी 105 विधायकों ने पहले से तयशुदा प्रोग्राम के तहत रेशमबाग स्थित संघ मुख्यालय पर हाजिरी लगाई. जहां उन्होंने पहले संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक गुरुजी को श्रद्धांजलि दी, वहीं इसके बाद नागपुर महानगर संघचालक राजेश लोया, सह संघचालक गाडगे व एक अन्य संघ पदाधिकारी ने उनकी बैठक ली. यह बैठक बौद्धिक वर्ग से जुड़ी रही.
संघ सूत्रों ने बताया कि संघ की इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. इस बैठक में जहां संघ पदाधिकारियों ने मोदी सरकार की दूसरी पारी के सात महीने के भीतर हुए कई बड़े फैसलों की तारीफ की, वहीं यह भी कहा गया कि विपक्ष एक बार फिर नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) के बहाने संघ परिवार की मुस्लिम विरोधी छवि बनाने की कोशिश कर रहा है.
संघ पदाधिकारियों ने विधायकों से कहा कि वे अपने क्षेत्र में यह संदेश दें कि संघ मुस्लिम विरोधी नहीं है. संघ पदाधिकारियों ने मोहन भागवत का वह बयान भी दोहराया, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुसलमानों के बिना हिंदुत्व अधूरा है. भागवत ने यह बयान वर्ष 2018 में दिल्ली में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम 'भविष्य का भारत कैसा हो' में दिया था.
संघ पदाधिकारियों ने विधायकों से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जिस तरह से विभिन्न मुद्दों पर घेराबंदी होने पर जबर्दस्त तरीके से बचाव करते हैं, वह आक्रामकता पार्टी के सभी लोगों को सीखनी चाहिए. मोदी-शाह के दौर से विभिन्न मुद्दों पर सेल्फ डिफेंस और इंटलेक्च ुअल डिफेंस के मामले में भाजपा ने उदाहरण पेश किया है. इससे पहले संघ परिवार इन मामलों में खुद को कमजोर पाता था.
इस बैठक में देश भर में चल रहे संघ के डेढ़ लाख से अधिक सामाजिक कार्यो(प्रकल्पों) की जानकारी देते हुए विधायकों से भी हाथ बंटाने की अपील की गई. सूत्रों के मुताबिक बैठक में नागपुर मेयर संदीप जोशी पर हुए हमले की घटना पर भी चर्चा हुई. संघ पदाधिकारियों ने विधायकों से कहा कि सीएए को लेकर मामला संवेदनशील चल रहा है. ऐसे में उन्हें भी अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है.
नागपुर के संघ मामलों के जानकार दिलीप देवधर ने कहा, 'संघ समय-समय पर ऐसे बौद्धिक सत्रों का आयोजन करता है, जिसमें ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा होती है. ऐसी बैठकों में संघ न केवल अपने दृष्टिकोण से अवगत कराता है, बल्कि सामने वाले के भी विचारों को ग्रहण करता है. भाजपा विधायकों के लिए यह मोटीवेशनल सेशन रहा.'
Source : आईएएनएस
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