बिहार में अभी पंचायत चुनाव चल रहे हैं। इसी बीच पंचायती राज विभाग द्वारा नव निर्वाचित प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण देने की भी तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। सरकार का मानना है कि निर्वाचित प्रतिनिधियों के प्रशिक्षित होने के बाद सरकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक आसानी से पहुंच सकेगा।
पंचायती राज विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पंचायत आम चुनाव के बाद जनवरी, फरवरी और मार्च में पंचायती राज संस्थाओं में निर्वाचित होनेवाले दो लाख से अधिक जन प्रतिनिाियों के प्रशिक्षण की तैयारी शुरू हो गई है।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में निर्वाचित जनप्रतिनिाियों को मनरेगा, खाद्य सुरक्षा, पेंशन, मुख्यमंत्री निश्चय योजना, स्वच्छता अभियान, शराबबंदी, बाल-विवाह व दहेज प्रथा के साथ उनके कर्तव्य और दायित्वों की जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि इसके अलावे पंचायती राज से जुड़ी अन्य सरकारी योजनाओं की भी नव निर्वाचित प्रतिनिधियों को जानकारी दी जाएगी। विभाग का मानना है कि केंद्र और राज्य सरकार की कई योजनाएं हैं जिसकी सही जानकारी नहीं होने के कारण उसका सही लाभ आम लोगों तक नहीं पहुंच पाता है। ऐसे लोगों को खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में ये जनप्रतिनिधि कारगर भूमिका निभा सकते हैं।
पंचायती राज विभाग के मंत्री सम्राट चौधरी भी कहते हैं कि पंचायत आम चुनाव का काम पूरा होने के बाद उपमुखिया, प्रमुख, उपप्रमुख, जिला पर्षद अयक्ष और उपायक्ष का चुनाव दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पंचायत के निर्वाचित सभी जनप्रतिनिाियों को जनवरी, फरवरी और मार्च में प्रशिक्षण की तैयारी की जा रही है।
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Source : IANS