अमर सिंह ने कहा है कि अखिलेश यादव की गुट की ओर से चुनाव आयोग के सामने पेश किए गए शपथ पत्र में फर्जी हस्ताक्षर हैं। मुलायम सिंह यादव के करीबी अमर ने कहा, 'समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर फर्जी हैं और इसलिए इनकी विश्वसनियता पर संदेह है।'
साथ ही अमर सिंह ने कहा कि समर्थन का मतलब यह नहीं है कि पार्टी का चुनाव चिन्ह किसी और का हो गया।
अमर सिंह ने समाचार एजेंसी ANI से कहा, 'एमएलए के समर्थन का मतलब तब होता है, जब आप सरकार बनाते हैं। इसका पार्टी पर अधिकार से कोई लेना-देना नहीं है।'
बता दें कि शनिवार को चुनाव आयोग अधिकारियों से मिलने के बाद अखिलेश के समर्थक रामगोपाल यादव ने कहा था उनका दावा ज्यादा मजबूत है क्योंकि उन्होंने 9 नवंबर की अंतिम तारीख से पहले ही सारे जरूरी कागजात जमा कर दिए हैं।
रामगोपाल ने कहा था, 'हमने सभी संबंधित कागजात जमा करा दिए हैं। हम अपने साथ सात कार्टून लाए थे इसमें 1.5 लाख से ज्यादा पन्ने हैं। हमारे पक्ष में ज्यादा MLA हैं और अखिलेश के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी ही असल पार्टी है। इसलिए हम चुनाव चिन्ह 'साइकिल' के असल हकदार हैं।'
बता दें कि रविवार को लखनऊ के सपा कार्यालय में वापस मुलायम और शिवपाल के नेम प्लेट लगा दिए गए और कार्यालय में ताला भी लगा दिया गया है। नए साल की पूर्व संध्या पर अखिलेश के समर्थकों ने शिवपाल का नेमप्लेट पार्टी कार्यालय से हटा दिया था।
इस बीच रविवार दोपहर मुलायम सिंह दिल्ली पहुंच गए। दोनों सोमवार को दोपहर 12.45 बजे चुनाव आयोग के अधिकारियों से मिलेंगे।
Source : News Nation Bureau