कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की किताब सनराइज ओवर अयोध्या ने पार्टी में एक नया सियासी विवाद खड़ा कर दिया है। इस मसले पर पार्टी की क्या रणनीति रहेगी, इसको सुलझाने के लिए कांग्रेस महासचिवों की बैठक बुलाई गई।
जानकारी के अनुसार बैठक में राजस्थान प्रभारी अजय माकन, संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल, उत्तरप्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी, महासचिव रणदीप सुरजेवाला, पवन बंसल करीब आठ महासचिव बैठक में मौजूद रहे। बैठक बुधवार देर रात करीब एक बजे तक चली।
गौरतलब है कि बुधवार शाम को ही कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब लॉन्च की थी। ये किताब लॉन्च होने के साथ ही विवादों में भी आ गई। इसके कुछ घण्टे बाद ही किताब को लेकर बैठक में चर्चा की गई और पार्टी की लाइन तय की गई।
दरअसल, सलमान खुर्शीद ने सनराइज ओवर अयोध्या में हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन आईएसआईएस और बोको हराम से की है, जिसके बाद से पूरी कांग्रेस पार्टी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
खुर्शीद ने लिखा कि देश में हिंदुत्व का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे कि लिए किया जाता है। हिंदुत्व की राजनीति करने वाले गलत हैं और आईएसआईएस भी गलत है। बोको हराम को बुरा नहीं कहना चाहिए।
सलमान खुर्शीद ने लिखा है कि कांग्रेस में एक ऐसा वर्ग है, जिन्हें इस बात का अफसोस है कि पार्टी की छवि अल्पसंख्यक समर्थक पार्टी की बन गई है। ये लोग नेतृत्व में जनेऊधारी पहचान की वकालत करते हैं। इन लोगों ने अयोध्या पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए यह घोषणा कर दी कि अब इस स्थल पर भव्य मंदिर बनाया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि गैरहिन्दुत्व की राजनीति का नुकसान कांग्रेस पहले भी उठा चुकी है। इस बार पार्टी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। इसलिये प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जनजागरण अभियान की रूपरेखा पर चर्चा के साथ इस किताब से होने वाले नुकसान को पार्टी कैसे कम कर सकती है इसकी चर्चा की गई।
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Source : IANS