सहारा डायरी में नाम आने के बाद मंचे हंगामे पर शीला दीक्षित ने अपनी पार्टी के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों से पाक साफ निकलने की चुनौती अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की है।
इस बीच शीला दीक्षित ने यह भी साफ कर दिया है कि वह यूपी चुनाव से कदम पीछे खींचने के मूड में नहीं हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'मैं मीडिया में चल रही इन अटकलों को सुनकर हैरान हूं कि शीला यूपी चुनाव से दूरी बनाएंगी।'
इससे पहले सोमवार को कांग्रेस के प्रवक्ता जयराम रमेश ने जब डायरी में आए लोगों के नाम के खिलाफ जांच की बात कही थी, तो यह अटकले लगाई जाने लगी थीं कि शीला को यूपी चुनाव से हटाया जा सकता है।
शीला दीक्षित उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा हैं। उन्होंने सोमवार रात ट्वीट किया, 'मुझे जो बोलना था, वह कह दिया है। अब गेंद प्रधानमंत्री और दूसरों के पाले में है। क्या वह जवाब देंगे और पाक साफ साबित होकर निकलेंगे।'
हाल ही में कांग्रेस ने सहारा डायरी में आए नाम की पूरी सूची ट्विटर पर जारी कर दी थी और उस सूची में शीला दीक्षित का भी नाम है। इसी सूची के आधार पर कांग्रेस के राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला था। हालांकि शीला का नाम आने के बाद कांग्रेस के हमलावर तेवर के कुंद पड़ने की बात होने लगी थी।
शीला दीक्षित अपनी सफाई में पहले भी कह चुकी हैं, 'यह केवल सुनी-सुनाई बातें हैं। आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। मैं पूरी तरह इन आरोपों से इनकार करती हूं।'
HIGHLIGHTS
- शीला दीक्षित यूपी में कांग्रेस का मुख्यमंत्री चेहरा हैं
- सहारा डायरी में नाम आने से शुरू हुआ विवाद, राहुल इसी लिस्ट के आधार पर पीएम पर साध चुके हैं निशाना