शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिल्ली के वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला उन्होंने कहा, एक ही समय ने राष्ट्रवादी रहना और और दूसरे देशों के साथ मिलकर रहने में कोई विरोधाभास नहीं है, लेकिन इम मामले में उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इस मामले में भारत अलग है. विदेशमंत्री ने आगे कहा कि भारत इस मामले में अलग है क्योंकि हम ज्यादा राष्ट्रवादी हैं. ऐसे में हम राष्ट्रवादी होने और अंतर्राष्ट्रीय होने के बीच तनाव को नहीं देखते हैं. विदेश मंत्री ने क्षेत्रीय सहयोग के बारे में बात करते हुए कहा कि एक पड़ोसी देश को छोड़कर सब कुछ बहुत बढ़िया तरीके से चल रहा है एक को छोड़कर सभी पड़ोसियों का क्षेत्रीय सहयोग अच्छा है.
इसके अलावा विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन के बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट पर भी खरी-खरी सुनाई है उन्होंने कहा कि भारत इससे बिलकुल अलग है और वह अपनी संप्रभुता से कोई समझौता नहीं करेगा. पाकिस्तान चीन के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का हिस्सा है, यह प्रोजेक्ट पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) से होकर गुजरता है. भारत इस बात पर भी आपत्ति जता चुका है कि ये प्रोजेक्ट पीओके से होकर क्यों गुजर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हम अपने पड़ोसी देशों के विकास में साझेदार बनना चाहते हैं लेकिन अपनी संप्रभुता के साथ किसी भी तरह का समझौता हमें मंजूर नहीं है.
आपको बता दें कि हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त किए जाने को बहुप्रतीक्षित और उचित कदम बताते हुए कहा था कि हमें पाकिस्तान से यही अपेक्षा थी कि वह इस निर्णय को चुनौती देने के लिए हर संभव कोशिश करेगा, क्योंकि उसने कश्मीर में स्थितियां खराब करने और आतंकवाद फैलान के लिए बड़ा निवेश किया हुआ है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो