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विदेश मंत्री एस जयशंकर को चीन से भी आया बधाई संदेश

जिसमें पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर को भारत का विदेश मंत्री चुना गया है.

Updated on: 01 Jun 2019, 07:07 AM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जबरदस्त जीत के बाद 30 मई को पीएम मोदी समेत मोदी कैबिनेट के कई बड़े मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की. जिसमें पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर को भारत का विदेश मंत्री चुना गया है. ऐसे में एस जयशंकर को भारत का विदेश मंत्री बनने पर चीन से भी बधाई आई है. उन्हें चीन के विदेश मंत्री और स्टेट काउंसिलर वांग यी ने विदेश मंत्री बनने पर शुक्रवार को बधाई दी. वांग यी ने चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों के विकास में एस जयशंकर के सकारात्मक योगदान की सराहना की. बता दें कि एस जयशंकर ने शुक्रवार को देश के नए विदेश मंत्री के रूप में पदभार संभाला है. हालांकि वह संसद के दो में से किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं.

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चीन के विदेश मंत्रालय से शुक्रवार देर रात जारी विज्ञप्ति में कहा गया, ‘हम जयशंकर को भारत का विदेश मंत्री नियुक्त किए जाने पर बधाई देते हैं.’ इसमें कहा गया कि वांग ने उनके लिए बधाई संदेश भेजा है. विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत के विदेश सचिव और चीन में भारत के राजदूत के रूप में उन्होंने चीन-भारत संबंधों के विकास में सकारात्मक योगदान दिया.

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, ‘चीन दोनों देशों के नेताओं के बीच बनी सहमति को लागू करने के लिए भारत के साथ काम करने को और चीन-भारत संबंधों में नई प्रगति को प्रोत्साहित करने को तैयार है.’ 1977 बैच के विदेश सेवा के अधिकारी जयशंकर विदेश मंत्रालय में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. वह अमेरिका और चीन जैसे देशों में भारत के राजदूत रहे हैं. जयशंकर 2009 से 2013 तक चीन में भारत के राजदूत रहे. वह 2015 से 2018 तक भारत के विदेश सचिव रहे.

नए विदेश मंत्री के रूप में उनके सामने तात्कालिक चुनौती अमेरिका और ईरान के साथ रिश्तों का संतुलन बनाना और भारत के पड़ोसी देशों में चीन के बढ़ते प्रभाव से निपटना होगा. चीन के साथ हमारे कई अनसुलझे मसले हैं. नए विदेश मंत्री को पीएमओ और अन्य प्रमुख एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर चीन के साथ रिश्तों के मामले में समेकित प्रयास करना होगा. डोकलाम विवाद सुलझाने में एस जयशंकर की भूमिका को देखते हुए उनकी इस क्षमता पर संदेह नहीं किया जा सकता.

गौरतलब है कि जयशंकर ने मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान उनकी विदेश नीति को आकार प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई, जिसके चलते खासतौर से अमेरिका और अरब देशों समेत प्रमुख देशों के साथ भारत के संबंध को महत्वपूर्ण विकास और विस्तार मिला. उन्होंने अमेरिकी प्रशासन और मोदी सरकार को करीब लाने में बड़ी भूमिका निभाई. जयशंकर को जनवरी में देश का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्मश्री अवॉर्ड से नवाजा गया था.