रूस ने बताया कि उसे नेताजी के बारे में सूचना वाले दस्तावेज नहीं मिले: सरकार
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन (V. Muraleedharan) ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बारे में सूचना हासिल करने के लिए 2014 के बाद से भारत ने रूस से कई बार कई बार आग्रह किया.
नई दिल्ली:
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन (V. Muraleedharan) ने बुधवार को कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बारे में सूचना हासिल करने के लिए 2014 के बाद से भारत ने रूस से कई बार कई बार आग्रह किया, लेकिन मॉस्को की तरफ से यह बताया गया कि बोस से संबंधित दस्तावेज उसे रूसी अभिलेखागार में नहीं मिले.
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लोकसभा में प्रश्न के लिखित उत्तर में मुरलीधरन ने कहा कि भारत ने सूचना मांगी थी कि क्या अगस्त, 1945 से पहले या बाद में किसी समय नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) रूस में मौजूद थे तथा अगस्त, 1945 में या इसके बाद वह रूस से बाहर निकल गए थे, जैसा कुछ शोधकर्ताओं द्वारा कहा गया था.
V. Muraleedharan, MoS MEA in Lok Sabha: Govt has approached Russia a no.of times since 2014 seeking info on Netaji Subhash Chandra Bose. In its response, Russian Govt conveyed that they were unable to find any documents in Russian archives pertaining to Netaji... (1/2) (file pic) pic.twitter.com/O71xgZLEZF
— ANI (@ANI) July 24, 2019
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उन्होंने कहा कि अपने जवाब में रूस ने यही कहा कि उनको इस बारे में कोई दस्तावेज हासिल नहीं हुआ है. ऐसा माना जाता है कि आजाद हिंद फौज के संस्थापक बोस की 18 अगस्त, 1945 को ताइवान में हुई विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी.