बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे द्वारा शुरू किये गए भारतीय लोकतांत्रिक नेतृत्व संस्थान मे शैक्षणिक कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है। इस कार्यक्रम में नेतृत्व, राजनीति और शासन से जुड़े कोर्स शामिल किये जायेंगे।
संस्थान के अनुसार इस कोर्स का मकसद राजनीति और सार्वजनिक क्षेत्र में अपना करियर बनाने वाले प्रतभागियों में जरुरी स्किल विकसित करना है। इस स्नातकोत्तर कोर्स के प्रवेश कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को ठाणे से सटे आरएसएस की थिंक टैंक माने जाने वाली संस्था रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी में किया गया। राज्यसभा के सदस्य सहस्त्रबुद्धे प्रबोधिनी के वाईस चेयरमैन है।
सहस्त्रबुद्धे ने कहा, 'यह पहला मौका है जब हमने नेतृत्व, राजनीति और शासन में स्नातकोत्तर कार्यक्रम की शुरुआत की है। जीवन के हर पड़ाव पर हमे नेतृत्व की जरुरत पड़ती है। देश में ऐसे संस्थानों की कमी है जो इस विषय पर शिक्षा प्रदान करते हो। हमारे पास अच्छे विचारक भी नहीं है।'
यह पूछे जाने पर कि कोर्स के प्रतिभागियों को आज से पांच साल बाद वह कहां देखते है, तो उन्होंने कहा, ' मैं उन्हें मुख्य राजनीतिक पार्टियों, स्वसंचालित संगठनो, मीडिया संस्थानों का नेतृत्व संभालते हुए देखता हूं।'
कोर्स के 32 प्रतिभागियों का चुनाव 14 राज्यों से आये 450 आवेदनों में से किया गया है। संस्थान के बारे में अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, 'ये नेता बनाने का कोई कारखाना नहीं है बल्कि यह कोर्स पूरा करने वाले लोग सार्वजनिक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकेंगे।
सहस्त्रबुद्धे के मुताबिक, 'आज का युवा लोकतंत्र की प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाना चाहता है। सरकार और राजनीतिक पार्टियों को ऐसे युवा टैलेंट की जरुरत है जो बदलते समय के साथ अपने विचारों और क्षमताओं को आकार दे सके।'
प्रबोधिनी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, 'प्रबोधिनी में हमने न सिर्फ बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ताओं प्रशिक्षण दिया है बल्कि कांग्रेस, एनसीपी, बीएसपी, शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के भी कई नेताओं को हमने गाइड किया है।'
संगीत नाट्य एकैडेमी के चेयरमैन शेखर सेन, रिपब्लिक टीवी के चेयरमैन और एंकर अर्नब गोस्वामी ने भी कोर्स के पहले बैच को संबोधित किया।
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Source : News Nation Bureau