देश में जारी बीफ विवाद को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने कहा है कि पैगंबर और उनके परिवार ने कभी भी मांस का सेवन नहीं किया।
कुमार ने कहा, 'पैगंबर और उनका परिवार कभी भी मांस नहीं खाता था। वह कहा करते थे कि मांस एक बीमारी है जबकि दूध उसका इलाज।'
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बीफ को लेकर आरएसएस नेता का यह बयान वैसे समय में सामने आया है, जब बीजपी में इस मुद्दे को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है। बीफ विवाद को लेकर मेघालय में दो नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। दोनों नेताओं ने बीफ को गारो परंपरा का हिस्सा बताते हुए पार्टी से इस्तीफा दिया था।
पार्टी से इस्तीफा देने वाले दूसरे नेता बाचू मरक ने पार्टी पर गारो संस्कृति, परंपरा और खान-पान की शैली का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'नाकाम बिची (बीफ) हमारा पारंपरिक भोजन है।'
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मरक बीजेपी के दूसरे नेता हैं, जिन्होंने बीफ विवाद को लेकर पार्टी छोड़ी है। मरक से पहले बर्नार्ड मार्क ने केंद्र सरकार के उस आदेश के बाद पार्टी छोड़ दी थी, जिसमें बूचड़खानों के लिए पशुओं की खरीद-बिक्री पर रोक लगाया गया है।
इंद्रेश ने इससे पहले ट्रिपल तलाक और बलात्कार के लिए पश्चिमी सभ्यता को जिम्मेदार ठहराए जाने से जुड़ा विवादित बयान दिया था।
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Source : News Nation Bureau