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चीन के खिलाफ PM Modi सरकार के समर्थन में आया RSS, चीनी सामानों की जलाएगा होली

आरएसएस से जुड़े अनुषांगिक संगठनों ने चीनी सामानों की होली जलाने के साथ चीन के राष्ट्रपति (Xi Jinping) का पूतला फूंकने का अभियान चलाने की तैयारी शुरू की है.

Updated on: 27 Jun 2020, 08:23 AM

highlights

  • आरएसस से जुड़े संगठन चीनी उत्पादों समेत चीनी राष्ट्रपति का पुतला फूकेंगे.
  • शनिवार से दिल्ली से शुरू किया जाएगा इस मसले पर राष्ट्रव्यापी अभियान.
  • भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद चीन के उत्पादों का बहिष्कार करने की मुहिम.

नई दिल्ली:

चीन (China) के हमले में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का कड़ा रुख है. आरएसएस से जुड़े अनुषांगिक संगठनों ने चीनी सामानों की होली जलाने के साथ चीन के राष्ट्रपति (Xi Jinping) का पूतला फूंकने का अभियान चलाने की तैयारी शुरू की है. शनिवार को दिल्ली से इसका आगाज होगा. भारतीय मजदूर संघ, दिल्ली प्रदेश की तरफ से 27 जून को दोपहर 3 बजे अजमेरी गेट चौक पर चीनी समान की होली जलायी जाएगी. इस दौरान चीनी राष्ट्रपति का पुतला फूंका जाएगा. इस मौके पर बीएमएस के राष्ट्रीय नेता भी मौजूद रहेंगे. यह जानकारी प्रदेश महासचिव अनीस मिश्र ने दी है.

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स्वदेशी जागरण मंच भी तैयार
आरएसएस के एक और अनुषांगिक संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने भी चाइनीज सामानों की होली जलाने का निर्णय किया है. संगठन की ओर से शनिवार को दिल्ली के लक्ष्मी नगर मेट्रो, विकास मार्ग पर दिन में सवा 11 बजे चाइनीज सामानों की होली जलाई जाएगी. बता दें कि आरएसएस की अखिल भारतीय स्तर की बीते दिनों दिल्ली में बैठक हुई थी, जिसमें चाइनीज सामानों के खिलाफ अभियान चलाने का निर्णय लिया गया था. जिसके बाद अब संघ से जुड़े सहयोगी संगठन चाइनीज सामानों की होली जलाने का अभियान शुरू कर रहे हैं.

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लोगों में घट रही चीनी उत्पादों की मांग
भारत-चीन विवाद में भारतीय सैनिक की शहादत के बाद चीन के उत्पादों का बहिष्कार करने की मुहिम चलाई जा रही है. इसका सीधा असर बाजारों में भी दिख रहा है. व्यापारियों ने बताया कि खरीदारी करने आने वाले ग्राहक समान खरीदने से पहले ही चीन का उत्पाद नहीं होने की जानकारी लेते हैं. यदि चीन के सामान के मुकाबले भारत या अन्य देश की बनी सामग्री मिलती है तो उसे खरीदना पसंद कर रहे हैं. गौरतलब है कि भारत-चीन सीमा से लगे गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में देश के 20 सैनिक शहीद हो गए. इसके बाद से सोशल मीडिया व अन्य प्लेटफार्म पर चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की जा रही है.