Lock Down: कोरोना वायरस से घर में रहकर जीतें जंग : RSS प्रमुख मोहन भागवत
हमें इन सब से बचना है. 130 करोड़ देशवासी भारत माता की संतान हैं. हमें एक दूसरे के साथ प्रेम से रहना चाहिए और एक दूसरे के प्रति कोई खुन्नस नहीं रखनी चाहिए.
नई दिल्ली:
RSS प्रमुख डॉक्टर मोहन भागवत ने रविवार को नागपुर से प्रस्तावित बौद्धिक वर्ग को ऑनलाइन संबोधित किया. इस संबोधन का प्रमुख विषय 'वर्तमान परिदृश्य एवं हमारी भूमिका' था जिसपर उनका संबोधन शाम 5 बजे शुरू हुआ. RSS प्रमुख के संबोधन की इन बातों का असर देश के साथ-साथ विदेशों में रह रहे स्वयंसेवकों तक पहुंचाने के लिए संघ ने अपने पूरे प्रचार तंत्र को सक्रिय कर दिया है.
सभी देशवासी भारत माता के पुत्र
अपने संबोधन के दौरान आरएसएस चीफ ने हिन्दू-मुस्लिम को एस साथ साधते हुए कहा कि कुछ लोग कहते हैं भारत तेरे टुकड़े होंगे ऐसा कहने वाले प्रयास भी करते हैं उन्होंने कहा कि भारत तेरे टुकड़े होंगे ऐसा कहने वाले ऐसा प्रयास करते हैं, राजनीति भी बीच में आती है. हमें इन सब से बचना है. 130 करोड़ देशवासी भारत माता की संतान हैं. हमें एक दूसरे के साथ प्रेम से रहना चाहिए और एक दूसरे के प्रति कोई खुन्नस नहीं रखनी चाहिए.
The 130 Crore population of India are all the children of Bharat Mata & our brothers. This should be kept in mind. There should be no fear or anger from both sides. Rational & responsible people should protect their groups from this. If this is not done what happens?: RSS Chief pic.twitter.com/Z7Wzs7vrqZ
— ANI (@ANI) April 26, 2020
Lockdown में भी जारी है RSS का काम
Lockdown में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का काम जारी है. संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि रोज होने वाले काम तो बंद हैं लेकिन दूसरे कामों ने उन कामों की जगह ले ली है. उन्होंने आगे कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण नई महामारी है. कहा कि कोरोना महामारी नई है, इसने पूरे देश में कहर मचा रखा है लेकिन यह डरने वाली बात नहीं है और न ही इससे डरना चाहिए. ठंडे दिमाग से योजना बनानी होगी कि क्या क्या करना है. भय से दूर होकर सुनियोजित प्रयास करना है.
संघ प्रमुख ने तबलीगी जमात पर भी बात की
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इस संबोधन के दौरान तबलीगी जमात पर भी इशारों में चर्चा की. उन्होंने कहा कि अगर कोई डर या क्रोध से कोई उल्टी-सीधी हरकत कर बैठता है तो उसके चक्कर में पूरे समूह को निशाना बनाकर उससे दूरी बनाना भी ठीक नही है. यहां पर संघ प्रमुख का इशारा तबलीगी जमात और लॉकडाउ में उसके द्वारा आयोजित किए गए मरकज की इमारत के जलसे की तरफ था. मोहन भागवत ने कहा कि भड़काने वालों की कमी नहीं है और इसका लाभ लेने वाली ताकतें भी हैं. जिस तरह कोरोना का फैलाव अपने देश में हुआ है उसकी एक वजह यह भी है.
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