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कालेधन पर बनी एसटीएफ के उप प्रमुख जस्टिस पसायत ने कहा-अभी तक 70000 करोड़ रुपये के कालेधन का पता चला

कालेधन की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल के डेप्युटी चेयरमैन अरिजित पसायत ने कहा है कि अभी तक 70,000 करोड़ रुपये के कालेधन का पता चला है।

Updated on: 03 Mar 2017, 02:05 PM

नई दिल्ली:

कालेधन की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल के डेप्युटी चेयरमैन अरिजित पसायत ने कहा है कि अभी तक 70,000 करोड़ रुपये के कालेधन का पता चला है। उन्होंने कहा कि इससे जुड़ी छठी रिपोर्ट अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट में पेश की जाएगी।

उन्होंने कहा कि 70,000 करोड़ रुपये में से भारतीयों द्वारा विदेश में जमा किये गए 16,000 करोड़ रुपये भी शामिल हैं। जस्टिस पसायत ने आर्थिक और वित्तीय मामलों पर काम करने वाली कई सरकारी एजेंसियों के अधिकारियों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद जस्टिस पसायत ने बताया कि एसआईटी अप्रैल के पहले सप्ताह में सुप्रीम कोर्ट में अपनी छठी अंतरिम रिपोर्ट सौंपेगी।

उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों में एसआईटी ने कालाधन पैदा होने के तरीकों की जांच के लिए कई सिफारिशें की हैं। उन्होंने कहा, 'कालेधन की जांच के लिये अंतरिम रिपोर्ट में दी गई हमारी कई सिफारिशों को केंद्र सरकार ने माना है, जबकि कालेधन पर लगाम कसने के कुछ अन्य तरीकों पर विचार चल रहा है।'

जस्टिस पसायत ने कहा, '15 लाख रुपये या उससे अधिक के अघोषित कैश को रखने पर रोक लगाने के फैसले पर गंभीरता से विचार चल रहा है।' उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले ही 3 लाख या उससे अधिक के कैश ट्रांजैक्शन को अवैध और दंडनीय करार दे दिया है।

जस्टिस पसायत ने कहा कि प्राइवेट शिक्षण संस्थानों, जूलरी शॉप्स, रियल एस्टेट कंपनियों, सेल्फ स्टाइल्ड गॉडमेन और माफिया डॉन के खिलाफ जांच करने वाली राज्यों की क्राइम ब्रांच से भी अपनी रिपोर्ट प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग से साझा करने के लिये कहा गया है।

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