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Desh Ki Bahas: देश में रोहिंग्या की एंट्री किसकी मिलीभगत?

म्यांमार से भागकर रोहिंग्या भारत में रह रहे हैं, जो देश के लिए आज रोहिंग्या एक बड़ी समस्या बन गए हैं. कई रोहिग्याओं को भारत सरकार ने रिफ्यूजी के तौर पर शरण दी हुई है, लेकिन बड़ी संख्या में अवैध तरीके से भी रोहिंग्या भारत में बस रहे हैं.

Updated on: 19 Mar 2021, 11:37 PM

highlights

  • म्यांमार से भागकर रोहिंग्या भारत में रह रहे हैं
  • जो देश के लिए आज रोहिंग्या एक बड़ी समस्या बन गए हैं
  • कई रोहिग्याओं को भारत सरकार ने रिफ्यूजी के तौर पर शरण दी हुई है

नई दिल्ली :

म्यांमार से भागकर रोहिंग्या भारत में रह रहे हैं, जो देश के लिए आज रोहिंग्या एक बड़ी समस्या बन गए हैं. कई रोहिग्याओं को भारत सरकार ने रिफ्यूजी के तौर पर शरण दी हुई है, लेकिन बड़ी संख्या में अवैध तरीके से भी रोहिंग्या भारत में बस रहे हैं. जानकारी के अनुसार, अभी कुछ दिन पहले जम्मू कश्मीर में अवैध रोहिंग्या पकड़े गए थे. कई रोहिंग्या को पास से आधार कार्ड, राशन कार्ड जैसे दस्तावेज पाए गए थे. रोहिंग्यों के पास से मिले पहचान पत्र और आधार कार्ड, राशन कार्ड देखकर लगता है कि इसमें किसी की गहरी साजिश तो नहीं. साथ ही रोहिंग्याओं का देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर बस जाना भी किसी साजिश को और पुख्ता कर रहा है. तो सवाल उठता है कि आखिर रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में भेजने की साजिश किसकी है. साथ ही सवाल ये भी उठता है कि देश में रोहिंग्या की एंट्री किसकी मिलीभगत?. इसी मुद्दे पर दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas...यहां पढ़ें मुख्य. 

बर्मा में चाहे वर्तमान सैन्य शासन हो चाहे आंग सांग सू का शासन रहा हो दोनों ने ही रोहिंग्याओं को खतरा बताया हैः डॉ.सुधांशु त्रिवेदी, संसद सदस्य/राष्ट्रीय प्रवक्ता बीजेपी

आज रोहिंग्याओं के निकलने के बाद बर्मा आज बहुत ही शांति प्रिय माहौल वाला देश बन गया हैः डॉ.सुधांशु त्रिवेदी, संसद सदस्य/राष्ट्रीय प्रवक्ता बीजेपी

जो नागरिकता मांगता नहीं है और चुपचाप घुसकर बैठ जाए वो घुसपैठिया हैः डॉ.सुधांशु त्रिवेदी, संसद सदस्य/राष्ट्रीय प्रवक्ता बीजेपी

कोई हमारे घर में घुस आए और वो शरण मांगे नहीं और दावा करे कि वो शरणार्थी कैसे होगाः डॉ.सुधांशु त्रिवेदी, संसद सदस्य/राष्ट्रीय प्रवक्ता बीजेपी

अगर रोहिंग्याओं को ऐसा लगता है कि वो पाकिस्तान और बांग्लादेश में सुरक्षित नहीं हैं तो फिर वो मोदी जी के यहां अप्लाई तो करें नागरिकता के लिएः डॉ.सुधांशु त्रिवेदी, संसद सदस्य/राष्ट्रीय प्रवक्ता बीजेपी

रोहिंग्या खुलकर इस बात को तो कहें कि उन्हें भारत की नागरिकता चाहिएः डॉ.सुधांशु त्रिवेदी, संसद सदस्य/राष्ट्रीय प्रवक्ता बीजेपी

रोहिंग्या अगर मुसलमान हैं तो आप उन्हें निशाना बनाकर विधानसभा चुनाव में एक मसाला तैयार किया हैः वकार एच भट्टी, एडवोकेट, रोहिंग्या मुसलमान

आप मुसलमान होने की वजह से रोहिंग्याओं को टारगेट करते हैं और विधानसभा चुनावों में इसका फायदा उठाते हैंः वकार एच भट्टी, एडवोकेट, रोहिंग्या मुसलमान

कैसे उनको उस देश में भेज दें जहां पर सिर काटे जाते होंः वकार एच भट्टी, एडवोकेट, रोहिंग्या मुसलमान

मैं इस बात को स्वीकार करता हूं कि भारत में रहने वाला रोहिंग्या और देशों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित हैंः वकार एच भट्टी, एडवोकेट, रोहिंग्या मुसलमान

आजादी के टाइम इन रोहिंग्याओं ने गदर मचा दिया था और मांग की थी कि इन्हें पाकिस्तान में मिला दिया जाएः मेजर जनरल जीडी बख्शी, सुरक्षा विशेषज्ञ

लेकिन पाकिस्तान ने इनकी हरकते देखते हुए इन्हें मना कर दिया और कहा हमें दुनिया में और लोगों से भी संबंध रखने हैंः मेजर जनरल जीडी बख्शी, सुरक्षा विशेषज्ञ

इन रोहिंग्याओं ने बर्मा में जमकर गदर मचाया आतंंकी वारदातें की इसके बाद म्यांमार की फौज ने जब एक्शन लिया तो ये वहां से भागे हैंः मेजर जनरल जीडी बख्शी, सुरक्षा विशेषज्ञ

अब आपको कोई भी देश चाहे वो पाकिस्तान हो, सऊदी अरब हो, म्यांमार हो, कोई भी देश इन्हें शरण नहीं देना चाहता हैः मेजर जनरल जीडी बख्शी, सुरक्षा विशेषज्ञ

अब ये शरण चाहते हैं भारत में वो भी कहां जम्मू-कश्मीर में वहां भी जम्मू के इलाकों मेें जहां हिन्दू बाहुल्य इलाका हैः मेजर जनरल जीडी बख्शी, सुरक्षा विशेषज्ञ

सरकार को पहचान करके इन रोहिंग्याओं को देश से बाहर निकालना चाहिएः मीनाक्षी शर्मा, दर्शक, दिल्ली

मैं बिलकुल इस बात से सहमत नहीं हूं कि रोहिंग्याओं को देश में शरण दी जाएः मीनाक्षी शर्मा, दर्शक, दिल्ली

जब बर्मा में रोहिंग्या आतंक मचा रहे थे और वहां की फौज ने उन्हें वहां से भगाया तो वो भारत में कैसे आएः बादल देवनाथ, नेता, टीएमसी

छुप-छुप के कैसे किसी देश में आ सकते हैं रोहिंग्याः बादल देवनाथ, नेता, टीएमसी

ये तत्कालीन भारत सरकार की मिली भगत के साथ भारत में आए हैंः सुधांशु त्रिवेदी,संसद सदस्य/राष्ट्रीय प्रवक्ता बीजेपी

साल 2012 में एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें दावा किया जा रहा था कि कुछ लोग मारे जा रहे हैं जिसमें दावा किया गया कि ये रोहिंग्या हैं जिनपर अत्याचार हो रहा हैः सुधांशु त्रिवेदी,संसद सदस्य/राष्ट्रीय प्रवक्ता बीजेपी

लेकिन जब हकीकत पता चली तो ये तस्वीर किसी तूफान की थी जहां लोगों की तस्वीरें थींः सुधांशु त्रिवेदी,संसद सदस्य/राष्ट्रीय प्रवक्ता बीजेपी

इस दौरान देश में अमर जवान ज्योति पर भी तोड़-फोड़ की गई थी और कई मीडिया की गाड़ियां भी तोड़ी गईं थींः सुधांशु त्रिवेदी,संसद सदस्य/राष्ट्रीय प्रवक्ता बीजेपी

ये जहां जिस देश में जाते हैं ऐसे ही मारकाट मचाते हैंः सुधांशु त्रिवेदी,संसद सदस्य/राष्ट्रीय प्रवक्ता बीजेपी

हमारे यहां एक कहावत है कि वसुधैव कुटुम्बकमः मुजाबिर रहमान, राजनीतिक विश्लेषक

हम इस बात को लेकर सहमत नहीं है कि रोहिंग्या मुसलमानों को देश में जगह मिलेः राजेश सिंह कुशवाहा, अयोध्या, दर्शक

आप तो बिना तर्क और तथ्यों के ही बोलने चले आते हैं ये सबसे बड़ी दिक्कत हैः गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता, बीजेपी

ये रोहिंग्या बचाओ पार्टी वाले क्या जाने वसुधैव कुटुम्बकम का मतलबः गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता, बीजेपी

विपक्ष इनको वोट बैंक बनाना चाहता हैः गुरु प्रकाश, राष्ट्रीय प्रवक्ता, बीजेपी