पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या मामले में सज़ा काट रहे रॉबर्ट पायस ने इच्छा मृत्यु की मांग की है। बुधवार को रॉबर्ट पायस ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और जेल के डीजी को चिट्ठी लिखकर अपनी इच्छा जताई है।
बता दें कि रॉबर्ट पायस पिछले 26 साल से जेल में बंद हैं। और कई बार इनकी रिहाई को लेकर मांग भी उठाई जा चुकी है। साल 2015 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों की रिहाई के फैसले को तामिलनाडु सरकार ने जनता का फैसला बताते हुए सही ठहराया था।
तमिलनाडु सरकार की दलील थी कि जबकि सभी दोषियों की फांसी की सजा उम्रकैद में तब्दील हो चुकी है। इस तरह का जीवन कैसा होगा जिसमें कोई आशा ही न हो।
तमिलनाडु सरकार की ओर से केंद्र सरकार की उस दलील को खारिज किया गया जिसमें कहा गया था कि राज्य सरकार ने मनमाना फैसला लिया है।
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राज्य सरकार ने कहा कि राजीव गांधी के हत्यारों को यूपीए सरकार जब सत्ता में थी, तो न तो वह फांसी देना चाहती थी और न ही विपक्षी पार्टी ने इसके लिए कोई आवाज उठाई थी। किसी भी सरकार ने उन्हें फांसी पर लटकाने की इच्छा शक्ति नहीं दिखाई थी। अब उन्हें उम्रकैद हो चुकी है ऐसे में उन्हें कब तक जेल में रखा जाए।
दरअसल राज्य सरकार ने राजीव गांधी हत्याकांड में मौत की सजा से दया याचिका के निपटारे में देरी के कारण सुप्रीम कोर्ट से राहत पाने वाले सभी दोषियों संथन, मुरुगन ,पेरारीवलन और उम्रकैद की सजा काट रही नलिनी श्रीहरन, रॉबर्ट पायस, रविचंद्रन और जयकुमार को रिहा करने का आदेश दिया था।
केंद्र सरकार ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, जिसके बाद कोर्ट ने रिहाई पर रोक लगा दी थी।
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Source : News Nation Bureau