तमिलनाडु पुलिस ने नीलगिरी में सुरक्षा कड़ी कर दी है। यहां राज्यपाल आर.एन. रवि 25 और 26 अप्रैल को होने वाले विश्वविद्यालय के दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेंगे।
सत्तारूढ़ द्रमुक और उसके सहयोगियों समेत कई राजनीतिक दल तमिलनाडु के राज्यपाल से नीट मुद्दे को लेकर नाराज हैं।
19 अप्रैल को माइलदुथुराई में द्रमुक के सहयोगी विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके), द्रमुक की वैचारिक संस्था, द्रविड़ कड़गम (डीके) और वाम दलों ने राज्यपाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान काले झंडे दिखाए गए। इस बीच यह विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया था।
इस घटना को लेकर विपक्षी अन्नाद्रमुक और बीजेपी ने आलोचना की थी। राज्य बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को राज्यपाल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक पत्र लिखा था।
तमिलनाडु सरकार और राज्य का गृह विभाग नीलगिरी में सुरक्षा में कोई चूक नहीं चाहता, इसलिए यहां के राजभवन के आसपास भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए है।
राज्य पुलिस के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के एक अधिकारी द्वारा सुरक्षा की निगरानी की जा रही है और सुरक्षा घेरे में दो उप महानिरीक्षक और तीन पुलिस अधीक्षक हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राज्यपाल को सुरक्षा प्रदान करने के लिए उपाधीक्षक और निरीक्षक समेत 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात हैं।
जबकि डीएमके यह संदेश देना चाहती थी कि वह नीट के मुद्दे पर राज्यपाल से खुश नहीं है।
राज्यपाल आर.एन. रवि शनिवार को कोयंबटूर हवाईअड्डे पर उतरकर नीलगिरी पहुंचे। इस दौरान उनकी सुरक्षा में सड़कों पर भारी पुलिस बल तैनात रहे। वह दो दिवसीय कुलपति सम्मेलन में भाग लेने के बाद मंगलवार को नीलगिरी से चेन्नई के लिए रवाना हो जाएंगे।
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Source : IANS