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बिहार में सरकार गठन के खिलाफ कोर्ट जाएगी RJD , कहा-राज्यपाल का निर्णय SC के फैसले का 'घोर उल्लंघन'

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर 'जनादेश की डकैती' का आरोप लगाते हुए बिहार के राज्यपाल के फैसले को अदालत में चुनौती देने का फैसला किया है।

Updated on: 30 Jul 2017, 07:53 PM

highlights

  • बिहार में नई सरकार के गठन के खिलाफ अदालत जाने की तैयारी में राष्ट्रीय जनता दल
  • नीतीश कुमार ने महागठबंधन से होते हुए बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार बनाई है

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर 'जनादेश की डकैती' का आरोप लगाते हुए बिहार के राज्यपाल के फैसले को अदालत में चुनौती देने का फैसला किया है।

बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद राज्यपाल केशऱीनाथ त्रिपाठी ने नीतीश कुमार को सरकार बनाने का न्यौता दिया। हालांकि आरजेडी का कहना था कि बिहार में सबसे बड़ा राजनीतिक दल होने के नाते उसे पहले सरकार बनाने का न्यौता दिया जाना चाहिए था।

243 विधानसभा सीटों वाले बिहार में आरजेडी के 80 विधायक हैं जबकि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के 71 विधायक हैं। विधानसभा में कांग्रेस के 27 विधायक हैं। हालांकि अब बिहार में जेडीयू महागठबंधन से अलग होकर बीजेपी के साथ हाथ मिला चुकी है।

आरजेडी के प्रवक्ता मनोज झा ने कहा, 'हम इस मामले में अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे और जनता की अदालत में भी जाएंगे। हम लोगों को यह बताएंगे कि बिहार में जेडीयू और बीजेपी किस तरह की राजनीति कर रही है।'

झा ने नीतीश कुमार को दलित, महादलित और अन्य ओबीसी जाति बहुल इलाके में रैली करने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अब लोगों के गुस्से का सामना करना होगा।

प्रवक्ता ने कहा, 'हर जनादेश का एक चरित्र होता है और बिहार में इस जनादेश के पीछे दलित, अल्पसंख्यक और अगड़ी जातियों में शामिल कुछ प्रगतिशील गुट था। लेकिन अब जेडीयू ने खुद को महागठबंधन से अगल कर लिया औऱ इसके साथ ही महागठबंधन को मिले जनादेश का चरित्र बदल गया।'

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झा ने कहा, 'युवा समेत बिहार के लोग जनादेश की डकैती से ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि राज्यपाल की तरफ से नीतीश कुमार को सरकार बनाने का न्यौता देना बोम्मई मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का 'घोर उल्लंघन' है।

उन्होंने कहा, 'एस आर बोम्मई मामले में यह साफ कहा गया है कि सरकार बनाने के लिए सबसे पहले बड़ी पार्टी को बुलाया जाना चाहिए। हम एक हफ्ते के भीतर अदालत जाएंगे।' झा ने कहा कि पार्टी इसके अलावा 'जनता की अदालत' में भी जाएगी औऱ लोगों को बीजेपी की 'साजिश' के बारे में बताएगी।

आरजेडी ने कहा कि नीतीश कुमार 'संघ मुक्त भारत' की बात किया करते थे लेकिन वह बिहार में 'संघ युक्त' हो गए हैं। झा ने कहा, 'हम गलत थे कि नीतीश कुमार के हर शब्द पर भरोसा कर रहे थे। पिछले एक साल से वह आरएसएस के मुख्यालय नागपुर की पटकथा के अनुसार चल रहे थे।'

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