बिहार में नीतीश कुमार के अगुवाई में एनडीए सरकार बनने के बाद पूर्व डिप्टी सीएम और नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार पर पलटवार किया है। तेजस्वी ने कहा, भ्रष्टाचार के फर्जी आरोप लगाकर नीतीश कुमार एनडीए में जाकर मिल गए हैं।'
उन्होंने कहा, 'नीतीश कह रहे हैं कि अंतरआत्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया। पनामा पेपर घोटाले में जिनका नाम आया है क्या नीतीश कुमार इसके लिए पीएम मोदी से जांच की मांग करेंगे। बीजेपी के जितने सीएम का नाम पनामा पेपर्स लीक में आया है या फिर अमिताभ या उद्योगपति अडाणी के भाई का नाम आया है क्या उसकी जांच होगी। पनामा घोटाला में दो देश कें प्रधानमंत्रियों को पद छोड़ना पड़ा। क्या सीएम नीतीश कुमार पनामा पेपर्स के मामले में जांच करवाएंगे। व्यापम घोटाले में 50 से ज्यादा लोग मारे गए हैं क्या नीतीश कुमार उसकी जांच करवाएंगे।'
तेजस्वी ने कहा, जिस नए मंत्री मंडल का गठन हुआ है उसमें एक सर्वे के अनुसार 75 फीसदी मंत्री दागी हैं तो फिर वो किस आधार पर नैतिकता की बात करते हैं। अब कहां है उनकी अंतरआत्मा। शरीर या फिर अपनी वाणी के हिसाब से उनकी अंतरआत्मा नहीं जागती है।'
उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार की अंतर आत्मा, कुर्सी आत्म, डर आत्मा, या फिर मोदी आत्मा है। किस आधार पर उन्होंने महागठबंधन तोड़ा वो देश की जनता जानना चाहती है। किस आधार पर पहले से डील कर सरकार बना ली इसपर उन्हें जवाब देना होगा।'
नीतीश पर बेहद तीखा हमला करते हुए तेजस्वी ने कहा, 'एक नौजवान के साथ उनको काम करने में तकलीफ हो रही थी और जो सुशील मोदी डिप्टी सीएम हैं उनपर 5 केस चल रहे हैं उनके साथ उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। सरकार को एक कानून बना देना चाहिए जिसपर एफआईआर दर्ज होगा वो किसी संवैधानिक पद पर नहीं रहेगा।
उन्होंने कहा, 'ये लोग भ्रष्टाचार का साथ देते हैं लेकिन कभी कोई कानून नहीं बनाते हैं। कौन रोक रहा है इन्होंने तो पूरे देश का भगवाकरण कर दिया है। बिहार में आरएसएस को लाने का काम किया है जिसपर नीतीश कुमार को जवाब देना चाहिए।'
तेजस्वी यादव ने कहा, 'नीतीश कुमार ने जो पाप किया है उसके लिए उन्हें आजीवन आलोचना झेलनी पड़ेगी। नीतीश ने बिहार के वोट पर डकैती की है। विधानसभा में विरोधियों के बात को लाइव टेलीकास्ट नहीं होने दिया गया। उसको इसलिए काटा गया ताकि जनता को हाउस की बातें ना सुनाई जाए। क्यों लाइव नहीं दिखाया गया ये सीएम को बताना चाहिए।'
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पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा, 'नीतीश कुमार कहते हैं कि लालू और उनका परिवार जाति की राजनीति करते हैं लेकिन असल में जाति की राजनीति तो नीतीश कुमार ने की है। गरीब, दलित, महादलित सब मंडल कमीशन के तहत लालू के साथ थे। उसवक्त भी नीतीश कुमार कमंडल के साथ भाग गए थे तब भी उन्होंने धोखा देने का काम किया था। वंचित, शोषित, दलित का एनडीए सरकार बनने के बाद शोषण हो रहा और ऐसे में फिर से कमंडल के साथ जाकर उन्होंने दोबारा धोखा दिया है।' नीतीश कुमार धर्मनिरपेक्ष होने की बात करते हैं और बाबरी मस्जिद ध्वस्त होने के बाद मुंबई में बीजेपी के सम्मेलन में शामिल हुए थे।
राजनीति में परिवारवाद के आरोप पर हमला करते हुए तेजस्वी यादव ने पूछा बीजेपी में सीपी ठाकुर के बेटे, अश्वनी कुमार के बेट सब चुनाव में खड़े हुए और चुनाव हार गए तो वो परिवारवाद नहीं है। तेजस्वी ने कहा सुशील मोदी भ्रष्टाचार की बात करते हैं उनके भाई ने कितने भ्रष्टाचार किए हैं कभी उसका भी जिक्र करना चाहिए।
तेजस्वी ने कहा नीतीश कुमार घमंडी हो गए हैं और उन्हें लगता है कि आजीवन वहीं सीएम रहेंगे लेकिन उनके घमंड को जनता तोड़ देगी।
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HIGHLIGHTS
- तेजस्वी यादव का नीतीश कुमार पर पलटवार
- तेजस्वी ने कहा अंतरआत्म नहीं मोदी की आत्म की आवाज पर गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया
Source : News Nation Bureau