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आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी
मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में 29 बच्ची के रेप का मामला तूल पकड़ने लगा है। विपक्षी पार्टियां नीतीश सरकार को घेरने में लगी हुई है। लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) इस मामले को गंभीर बताते हुए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार कर रही है।
आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी बालिका गृह यौन शोषण मामले में कहा, ' यह एक गंभीर घटना है। अगर जरूरत पड़ेगी तो सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा।'
This is a serious incident. If need arises, we will bring a no-confidence motion against the government: Abdul Bari Siddiqui, RJD on Muzaffarpur shelter home rape case #Biharpic.twitter.com/TFfkRUkMbB
— ANI (@ANI) July 24, 2018
बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर महिला अल्पावास गृह में लड़कियों से यौन शोषण के मामले को लेकर मंगलवार को भी बिहार विधानसभा में विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। विपक्ष पूरे मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग कर रहा है।
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विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुजफ्फरपुर महिला अल्पावास गृह के मामले को सबसे अधिक गंभीर मामला बताते हुए कहा कि प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। जो भी कार्रवाई हो रही है, वह अदालत के आदेश से ही हो रही है।
अगर अविश्वास प्रस्ताव आरजेडी लाती है क्या होगा ?
243 सीट वाले बिहार विधानसभा में 80 सीट आरजेडी के पास हैं। वहीं कांग्रेस के पास 27 सीट है। वहीं जेडीयू के पास 71 और बीजेपी के पास 53 सीट हैं। एलजेपी और आरएलएसपी के पास दो-दो सीटें है।
बहुमत के लिए 122 सीटों की जरूरत है। नीतीश की नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार में 128 सीट है। जोकि बहुमत से 6 ज्यादा है।
अगर आरजेडी अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो उसका भी हाल वहीं होगा जो लोकसभा में विपक्षी दलों के साथ हुआ था।
IANS इनपुट
Source : News Nation Bureau