नए शोध के अनुसार, भारत सहित दुनिया भर की नदी घाटियां बढ़ते वैश्विक तापमान से बाढ़ के खतरे की चपेट में हैं।
ईस्ट एंग्लिया विश्वविद्यालय (यूईए) के अध्ययन से पता चलता है कि 1.5 डिग्री सेल्सियस की मामूली तापमान वृद्धि भी भारत, चीन, इथियोपिया, घाना, ब्राजील और मिस्र के कुछ हिस्सों के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पैदा करेगी।
निष्कर्ष क्लाइमैटिक चेंज जर्नल में प्रकाशित हुए हैं।
टीम ने 2100 तक 1.5 और 4 डिग्री सेल्सियस के बीच छह ग्लोबल वामिर्ंग स्तरों के लिए बाढ़ का जोखिम बताया है।
अध्ययन ने छह देशों के ऊपर किया गया है।
वर्षा, तापमान और मासिक संभावित वाष्पीकरण की दैनिक समय श्रृंखला मासिक अवलोकन, दैनिक पुनर्विश्लेषण डेटा, और पांच सीएमआईपी 5 (युग्मित मॉडल इंटरकंपेरिसन प्रोजेक्ट चरण 5, वैश्विक जलवायु मॉडल) में अनुमानित परिवर्तनों के संयोजन से उत्पन्न हुई थी।
इन श्रृंखलाओं का उपयोग नदी के निर्वहन और बाढ़ को अनुकरण करने के लिए हाइड्रोलॉजिकल और हाइड्रोडायनामिक मॉडल चलाने के लिए किया गया था।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS