कृषि कानूनों की वापसी केंद्र सरकार के अहंकार की हार : शशि थरूर
कृषि कानूनों की वापसी केंद्र सरकार के अहंकार की हार : शशि थरूर
रांची:
ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष एवं तिरुअनंतपुरम के सांसद शशि थरूर ने कहा है कि तीनों कृषि कानूनों की वापसी केंद्र की भाजपा सरकार की अहंकार की हार है। यह सरकार मान बैठी थी कि चुनाव जीतने से उसे अपनी मर्जी से कोई भी फैसला लेने और कुछ भी करने का अधिकार मिल गया है। लोकतंत्र ऐसे नहीं चलता है। जनता की भावनाओं और उनके हितों को समझना जरूरी होता है। थरूर शुक्रवार को रांची के 50 किमी दूर मुरहू नामक स्थान पर एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।कांग्रेस नेता ने कहा कि बीते एक साल से दिल्ली से लेकर देश के विभिन्न इलाकों में सत्याग्रह कर रहे किसानों के संकल्प की आज जीत हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ-साथ कांग्रेस के तमाम लोग सरकार को किसानों की जायज मांगों के बारे में समझाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी। नोटबंदी जैसे फैसले से भी देश के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार लोगों की परेशानियों को समझने को कभी तैयार नहीं हुई। थरूर ने कहा कि आज झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती है और जिस तरह उन्होंने अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ संघर्ष किया था, उसी तरह किसानों ने अपने संघर्ष और सत्याग्रह की बदौलत सरकार को झुका दिया।
थरूर ने मुरहू में प्रोफेशनल्स कांग्रेस के सहयोग से स्थापित एक पुस्तकालय का उद्घाटन किया। इस मौके पर झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव और प्रोफेशनल्स कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य विक्रम जायसवाल भी मौजूद रहे।
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