राजनीतिक बयानबाजी से बचें सेना प्रमुख रावत, उनके पास गलत जानकारी: बदरुद्दीन

अजमल ने कहा कि भारतीय सेना प्रमुख होने के नाते उनका मुख्य काम महान भारतीय सेना का नेतृत्व करना है न कि विभिन्न पार्टियों की राजनीतिक स्थिति पर टिप्पणी करना।

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saketanand gyan
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राजनीतिक बयानबाजी से बचें सेना प्रमुख रावत, उनके पास गलत जानकारी: बदरुद्दीन

बदरुद्दीन अजमल (फोटो: ANI)

भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के असम में अवैध मुस्लिम प्रवासियों के घुसने से ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) पार्टी के उभार पर दिए बयान के एक दिन बाद जुबानी जंग जारी है।

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बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि सेना प्रमुख को राजनीतिक पार्टी के जैसे बयानबाजी नहीं करनी चाहिए और उनके दावे सरासर गलत हैं।

अजमल ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेस में कहा, 'भारतीय सेना प्रमुख होने के नाते उनका मुख्य काम महान भारतीय सेना का नेतृत्व करना है न कि विभिन्न पार्टियों की राजनीतिक स्थिति पर टिप्पणी करना।'

एआईयूडीएफ अध्यक्ष ने कहा, 'हम जनरल रावत का बहुत सम्मान करते हैं लेकिन मैं समझता हूं कि उनके पास गलत सूचना है और वे भटकाए हुए हैं।'

बदरुद्दीन अजमल ने कहा, 'लोग कहते हैं कि हम एक मुस्लिम पार्टी हैं जो कि गलत है। हम सभी चुनावों में हमेशा हिंदू भाईयों को 20-25 सीटें देते हैं। मुस्लिम भाईयों ने भी स्वतंत्रता आंदोलन के लिए अपनी कुर्बानी दी थी। हम सभी भारतीय हैं। एक भारतीय की गरिमा के साथ हम जिएं।'

बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि अगर असम में डेमोग्राफी बदल रही है तो सरकार को इसमें ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हमारी सिर्फ ऐसी पार्टी हैं जो कहती है कि जो भी हमारे सीमा पर घुसपैठ करते हैं उन्हें गोली मार दो।'

अजमल ने कहा, 'हमारे प्रतिनिधि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलेंगे और अपना पक्ष स्पष्ट करेंगे। मैं जब भी गृह मंत्री से मिलता हूं वे 'बदरुद्दीन भाई' कहकर मेरा गर्मजोशी से स्वागत करते हैं। अगर हम देशद्रोही होते तो क्या वे मेरा स्वागत करते।'

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क्या कहा था सेना प्रमुख ने

बुधवार को सेना प्रमुख ने कहा था कि असम में एआईयूडीएफ पिछले सालों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तुलना में तेजी से विकास किया है।

एक कार्यक्रम में बिपिन रावत ने कहा था, 'एआईयूडीएफ नाम की एक पार्टी है। उस पर नजर डालें तो पता चलता है कि बीजेपी को जितने साल उभरने में लग गए उससे बहुत कम समय में यह उभरी है। एआईयूडीएफ असम में तेजी से उभर रही है।'

उन्होंने कहा, 'वे लोग (पाकिस्तान और चीन) हमेशा कोशिश करते हैं और यह सुनिश्चित करने की कोशिश करते हैं कि जहां वे सीधे युद्ध नहीं लड़ सकते, वहां छद्म तरीक से युद्ध लड़ा जाए। छद्म युद्ध हमारे पश्चिमी पड़ोसी के द्वारा खेला जा रहा है और इसे हमारे उत्तरी पड़ोसी द्वारा समर्थन दिया जा रहा है।'

उन्होंने बांग्लादेश से अवैध तरीके से भारत में भारी संख्या में आ रहे लोगों को एआईयूडीएफ के बढ़ते मुस्लिम समर्थकों की संख्या के लिये जिम्मेदार ठहराया था।

इस पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था, 'सेना प्रमुख को राजनीतिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। किसी राजनीतिक पार्टी के उभार पर बयान देना उनके लिए सही नहीं है।'

ओवैसी ने कहा कि अगर अवैध प्रवासी बांग्लादेश से घुस रहे हैं तो मोदी सरकार क्या कर रही है।

एआईयूडीएफ के बारे में

ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट असम में एक बड़ी राजनीतिक पार्टी है जिसकी स्थापना साल 2005 में बदरुद्दीन अजमल ने की थी। पार्टी को सर्व भारतीय संयुक्त गणतांत्रिक मोर्चा के नाम से भी जाना जाता है।

2016 के असम विधानसभा चुनाव में पार्टी ने कुल 126 सीटों में से 13 सीट पर जीत दर्ज की थी। साथ ही लोकसभा में भी पार्टी के तीन सदस्य हैं।

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Source : News Nation Bureau

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