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Republic Day Eve: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन की 10 बड़ी बातें

Republic Day Eve : भारत के 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र के नाम संदेश दिया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन में अतीत से लेकर वर्तमान और भविष्य के भारत की बातें भी शामिल थीं. उन्होंने महिलाओं से लेकर सै

Updated on: 25 Jan 2023, 08:09 PM

highlights

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र को किया संबोधित 
  • किसानों से लेकर जवानों तक की बात
  • विज्ञान से लेकर विकास तक की बात

नई दिल्ली:

Republic Day Eve : भारत के 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्र के नाम संदेश दिया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन में अतीत से लेकर वर्तमान और भविष्य के भारत की बातें भी शामिल थीं. उन्होंने महिलाओं से लेकर सैन्य बलों, किसानों से लेकर वैज्ञानिकों तक का जिक्र किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हमारा युवा देश तेजी से आगे बढ़ रहा है. इस युवा देश की युवा आबादी ही इस राष्ट्र की प्रगति का आधार हैं. हम आपको बता रहे हैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन की 10 बड़ी बातें...

1- भारत के संविधान के लागू होने से लेकर आज तक हमारी यात्रा अद्भुत रही है. इससे कई अन्य देशों को प्रेरणा मिली है. प्रत्येक नागरिक को भारत की गौरव-गाथा पर गर्व का अनुभव होता है.

2- भारत एक गरीब और निरक्षर राष्ट्र की स्थिति से आगे बढ़ते हुए विश्व-मंच पर एक आत्मविश्वास से भरे राष्ट्र का स्थान ले चुका है. संविधान-निर्माताओं की सामूहिक बुद्धिमत्ता से मिले मार्गदर्शन के बिना यह प्रगति संभव नहीं थी.

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3- हम सब एक ही हैं, और हम सभी भारतीय हैं. इतने सारे पंथों और इतनी सारी भाषाओं ने हमें विभाजित नहीं किया है बल्कि हमें जोड़ा है. इसलिए हम एक लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में सफल हुए हैं. यही भारत का सार-तत्व है.

4- पिछले साल भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया. यह उपलब्धि, आर्थिक अनिश्चितता से भरी वैश्विक पृष्ठभूमि में प्राप्त की गई. सक्षम नेतृत्व और प्रभावी संघर्षशीलता के बल पर हम शीघ्र ही मंदी से बाहर आ गए और अपनी विकास यात्रा को फिर से शुरू किया.

5- महिला सशक्तीकरण तथा महिला और पुरुष के बीच समानता अब केवल नारे नहीं रह गए हैं. मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि महिलाएं ही आने वाले कल के भारत को स्वरूप देने के लिए अधिकतम योगदान देंगी.

6- भारत G20 देशों के समूह की अध्यक्षता कर रहा है. विश्व-बंधुत्व के अपने आदर्श के अनुरूप, हम सभी की शांति और समृद्धि के पक्षधर हैं. G20 की अध्यक्षता बेहतर विश्व के निर्माण में योगदान हेतु भारत को अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान करती है. 

7- मैं किसानों, मजदूरों, वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की भूमिकाओं की सराहना करती हूं जिनकी सामूहिक शक्ति हमारे देश को "जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान" की भावना के अनुरूप आगे बढ़ने में सक्षम बनाती है.

8-मैं उन बहादुर जवानों की विशेष रूप से सराहना करती हूं जो सीमाओं की रक्षा करते हैं और किसी भी त्याग तथा बलिदान के लिए सदैव तैयार रहते हैं. देशवासियों को आंतरिक सुरक्षा प्रदान करने वाले अर्ध-सैनिक बलों तथा पुलिस-बलों के बहादुर जवानों की मैं सराहना करती हूं.

9- हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों पर गर्व का अनुभव कर सकते हैं. अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में, भारत गिने-चुने अग्रणी देशों में से एक रहा है.

10- जनजातीय समुदाय के लोग, पर्यावरण की रक्षा से लेकर समाज को और अधिक एकजुट बनाने तक, कई क्षेत्रों में सीख दे सकते हैं.