चीन को भारत की चेतावनी, कहा नाम बदल देने से अवैध कब्जा वैध नहीं हो जाता

भारत ने भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि किसी जगह का नाम बदल देने से या नया नाम रख देने भर से उस पर किया गया कब्जा वैध नहीं हो जाता।

भारत ने भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि किसी जगह का नाम बदल देने से या नया नाम रख देने भर से उस पर किया गया कब्जा वैध नहीं हो जाता।

author-image
pradeep tripathi
एडिट
New Update
चीन को भारत की चेतावनी, कहा नाम बदल देने से अवैध कब्जा वैध नहीं हो जाता

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले

अरुणाचल प्रदेश पर अपने दावे को दोहराने के मकसद से चीन की तरफ से 6 स्थानों के नाम बदले जाने के फैसले पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि किसी जगह का नाम बदल देने से या नया नाम रख देने भर से उस पर किया गया कब्जा वैध नहीं हो जाता। विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है।

Advertisment

दलाई लामा की अरूणाचल यात्रा से नाराज़ चीन ने भारत को चेतावनी दी थी कि वो अपनी सीमा और देश की सुरक्षा के लिये कड़े कदम उठाएगा। अपने दावे को पुख्ता करने के लिये चीन ने 14 अप्रैल को अरुणाचल के 6 जगहों के नाम बदल दिये।

चीन अरुणाचल प्रदेश को 'दक्षिण तिब्बत' मानता है। चीन के सरकारी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स की खबर के अनुसार, 'चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने 14 अप्रैल को घोषणा की थी कि उसने केंद्र सरकार के नियमों के अनुरूप 'दक्षिण तिब्बत' जिसे भारत अरूणाचल प्रदेश कहता है के छह स्थानों के नामों का चीनी, तिब्बती और रोमन वर्णों में मानकीकरण कर दिया है।'

ये भी पढ़ें: अरुणाचल पर अपनाया कड़ा रुख, अब चीनी राष्ट्रपति ने सेना से कहा, हर तरह के युद्ध के लिये रहे तैयार

रोमन वर्णों का इस्तेमाल कर रखे गए छह स्थानों के नाम वोग्यैनलिंग (Wo'gyainling), मिला री (Mila Ri), कोईदेंगारबो री (Qoidêngarbo Ri), मेनकुका (Mainquka), बूमो ला (Bümo La) और नमकापब री (Namkapub Ri) है। बता दें कि भारत और चीन की सीमा पर 3488 किमी लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा विवाद का विषय रहा है।

दोनों देशों के बीच सीमा को लेकर विवाद है और इस मुद्दे को सुलझाने के लिये दोनों पक्ष अब तक विशेष प्रतिनिधियों के साथ 19 दौर की वार्ता कर चुके हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कुलभूषण यादव के मसल पर कहा कि पाकिस्तान कांस्युलर एक्सेस नहीं दे रहा है।

ये भी पढ़ें: चीन ने अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताते हुए बदल दिए 6 जगहों के नाम

बागले कहा भारत ने पाकिस्तान से फिर से राजनयिक पहुंच की अनुमति मांगी है, इससे पहले भारत पाकिस्तान से 14 बार आग्रह कर चुका है। लेकिन पाकिस्तान ने भारत के अनुरोध को ठुकरा दिया था। उन्होंने कहा, 'भारत कुलभूषण यादव के स्वास्थ्य और ठिकाने को लेकर चिंतित हैं।'

बुधवार को भी भारत के उच्चायुक्त गौतम बंबावले की पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जंजुआ से मुलाकात को टाल दिया गया था। इस्लामाबाद में होने वाली इस मुलाकात के लिये अब नया समय तय करेंगे।

ये भी पढ़ें: कुलभूषण जाधव मामला: पाकिस्तान की विदेश सचिव ने भारतीय उच्चायुक्त के साथ टाली बैठक

Source : News Nation Bureau

INDIA Arunachal Pradesh china
      
Advertisment