जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पुलिस बल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शांति स्थापित होने पर सशस्त्र सेना विशेषाधिकार कानून (AFSPA) हटाए जाएंगे। सीएम मुफ्ती ने कहा कि हमारे पास लिखित समझौते हैं कि एक बार स्थिति शांतिपूर्ण हो जाए तो हम 'क्रूर कानून' को हटा देंगे।
मुफ्ती ने कहा, 'AFSPA कानून जिससे सेना को विशेष ताकत मिलती है जिससे वे शक होने पर किसी भी घर की तलाशी ले सकते हैं या फिर उन्हें हिरासत में ले सकते हैं, हमेशा के लिए नहीं है।' सीएम ने कहा, 'हमारे बच्चे जो आतंकवादी बन गए हैं, मैं पुलिस से अपील करती हूं कि ऐसी कोशिश की जाए कि वे वापस आएं। एनकाउंटर में मार गिराए जाने की बजाए उन्हें वापस मुख्य धारा में जोड़ा जाए।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि शांति वार्ता के लिए अनुकूल वातावरण बनाना जरूरी है और इसके लिए आवश्यक है कि पाकिस्तान सीमा पार से घुसपैठ बंद करे।
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हिजबुल के आतंकी बुरहान वानी के 8 जुलाई को एनकाउंटर में मारे जाने के बाद से लगातार राज्य में विरोध प्रदर्शन जारी है और अब तक इन प्रदर्शनों में 90 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 12000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
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HIGHLIGHTS
- AFSPA क्रूर कानून, घाटी में अमन के बाद इसे हटाएंगे: महबूबा मुफ्ती
- AFSPA हमेशा के लिए नहीं है: महबूबा मुफ्ती
- जो बच्चे आतंकवादी बने हैं, उन्हें एनकाउंटर में मारने की बजाए वापस बुलाएं: महबूबा मुफ्ती
Source : News Nation Bureau