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CAA: यहां से आते हैं भारत में सबसे ज्यादा रिफ्यूजी, बांग्लादेश, PAK या अफगानिस्तान नहीं वो देश

Updated on: 30 Dec 2019, 06:56 PM

नई दिल्‍ली:

देश में नागरिकता संशोधन कानून 2019 (Citizenship Amendment Act 2019-CAA) देश में लागू होने बाद देश के कई हिस्सों में जमकर हंगामा और हिंसात्मक प्रदर्शन हुए. आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के तहत भारत (INDIA) ने तीन देशों पाकिस्तान (Pakistan), अफगानिस्तान (Afghanistan) और बांग्लादेश (Bangladesh) से आए अल्पसंख्यकों (Minorities) को भारतीय नागरिकता (Indian Citizenship) देने के के लिए केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन कानून लेकर आई है ताकि इन देशों से भारत में शरणार्थी सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें. लेकिन यहां हम आपको बता दें कि देश में आने वाले सबसे ज्यादा शर्णार्थी इन तीनों देशों में से किसी में से भी नहीं हैं जो शीर्ष तीन पर हों. एक अन्य देश भी ऐसा है जहां के शरणार्थी भारत में सबसे ज्यादा आए हैं.

UNHCR रिपोर्ट के अनुसार भारत में सबसे ज्यादा शरणार्थी अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से नहीं आते. तो आइये अब आपको बता दें कि भारत में सबसे ज्यादा शरणार्थी किन देशों से आते हैं. भारत में सबसे ज्यादा शरणार्थियों का दर्जा चीन के लोगों को मिला है. चीन के 1,08,008 शरणार्थी भारत में आकर रह रहें हैं वहीं इस सूची में श्रीलंका दूसरे स्थान पर है यहां से 60,802 शरणार्थी भारत आकर रह रहे हैं. जबकि म्यांमार इस सूची में तीसरे स्थान पर है यहां से 18,813 शरणार्थी भारत में आकर अपना जीवन-यापन कर रहे हैं.
चीन - 1,08,008
श्रीलंका - 60,802
म्यांमार - 18,813

भारत में बाहरी देशों से रहने वाले शरणार्थियों की बात की जाए तो वो पाकिस्तान, अफगानिस्तान या फिर बांग्लादेश से नहीं आते हैं. बल्कि भारत में इन देशों के अलावा किसी और देश के शरणार्थी सबसे ज्यादा भारत में बसे हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (UNHCR - United Nations High Commissioner for Refugees) के अनुसार युद्ध, हिंसा और प्रताड़ना के चलते मजबूरी में अपने देश को छोड़कर दूसरे देशों की शरण में चले जाते हैं उन्हें शरणार्थी कहते हैं.

ऐसे लोगों को शरणार्थी का दर्जा मिलने की भी एक अलग प्रक्रिया होती है. इस प्रक्रिया के मुताबिक शरणार्थियों को उचित कारण सिद्ध करना पड़ता है जिसकी वजह से वो अपना देश छोड़कर आए हैं. इसके लिए वो उस देश की सरकार को आवेदन करते हैं जिसके बाद वहां की सरकार ये तय करती है कि उन्हें शरण दी जाए या नहीं. सरकार अगर उनका आवेदन स्वीकार कर लेती है तो उन्हें शरणार्थी के तौर पर रहने की अनुमति दे दी जाती है और अगर उनका आवेदन सरकार ने नहीं स्वीकार किया तो उन्हें शरण नहीं दी जाती है. आम तौर पर बहुत कम मामलों में ही ऐसा होता है कि जब किसी को शरणार्थी के आवेदन को अस्वीकार किया जाता हो.

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आइये आपको बताएं कि दुनिया के सबसे ज्यादा शरणार्थी किस देश के हैं
शरणार्थी तो हर देश के किसी न किसी अन्य देशों में बसे हुए हैं लेकिन अगर हम सबसे ज्यादा शरणार्थियों की बात करें तो मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीरीया से सबसे ज्यादा शरणार्थी दुनिया के कई देशों में बसे हैं. जिनका आंकड़ा लगभग 60 लाख से भी ऊपर है. वहीं अफगानिस्तान इस मामले में दूसरे नंबर पर है. अफगानिस्तान के 26 लाख से भी ज्यादा शरणार्थी दुनिया के अन्य देशों में बसे हुए हैं जबकि दक्षिणी सूडान 22 लाख शरणार्थियों के साथ इस सूची में तीसरे नंबर पर है वहीं म्यांमार चौथे सोमालिया पांचवें स्थान पर है.

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वहीं अगर भारत की बात करें तो 9,601 शरणार्थियों के साथ यह छठे स्थान पर है. आपको बता दें कि दुनिया में अपना देश छोड़कर शरणार्थी के तौर पर जीवन यापन करने वाले लोगों की संख्या कुल 2,01,17,541 है. दुनिया भर में भारत के शरणार्थियों की संख्या 9,601 है लेकिन करीब 52 हजार ऐसे भारतीय भी हैं जिन्होंने अलग-अलग देशों में शरण पाने के लिए आवेदन कर रखा है. लेकिन वहां की सरकारों ने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया है.