सीपीईसी के मसले भारत ने पाकिस्तान और चीन दोनों को चेताया है। भारत ने कहा कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा भारत की संप्रभुता वाली ज़मीन से होकर गुजरता है और दोनों को भारत की आपत्ति से अवगत भी कराया गया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सीपीईसी भारत की ज़मीन से होकर गुजरती है और इस संबंध में भारत ने अपनी चिंताओं से चीन और पाकिस्तान दोनों को अवगत करा चुका है।
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उन्होंने कहा, "सीपीईसी भारतीय क्षेत्र से होकर गुज़रता है, इस संबंध में हमने अपनी चिंताओं से पाकिस्तान और चीन को अवगत करा दिया है।"
हाल ही में पाकिस्तानी सेना के दक्षिणी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आमिर रियाज ने मंगलवार को कहा था कि भारत को इस्लामाबाद के साथ 'दुश्मनी' छोड़कर ईरान, अफगानिस्तान और अन्य मध्य-एशियाई देशों के साथ सीपीईसी में शामिल होकर इसका फायदा उठाना चाहिए।
जिसके बाद चीनी मीडिया ने पाकिस्तानी जनरल की बात का समर्थन करते हुए कहा है कि भारत को पाकिस्तान के इस प्रस्ताव पर विचार करना चाहिये। चीन ने कहा है कि आर्थिक प्रगति को ध्यान में रखकर फैसले लेना चाहिये और इस मौके का फायदा उठाना चाहिये।
इसके साथ ही भारत ने कहा है कि पाकिस्तान को बातचीत करने के लिये उचित माहौल तैयार करना होगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत हमेशा से बातचीत का समर्थन करता रहा है लेकिन आतंकवाद के माहौल में बातचीत संभव नहीं है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को इसे समर्थन देना बंद करना होगा। उन्होंने सीपीईसी के इस्तेमाल करने के सुझाव पर भी प्रतिक्रिया दी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, "भारत ने पाकिस्तान के साथ बातचीत करने से कभी इनकार नहीं किया है, लेकिन बातचीत करने के लिये माहौल भी होना चाहिये। पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन बंद करना चाहिये।"
Source : News Nation Bureau