Advertisment

500 और 2000 के नए नोट छापने में आरबीआई ले रही है सेना की मदद

कैश की संकट को दूर करने के लिए आरबीआई सेना की मदद ले रही है। मैसूर के प्रेस में करीब 200 जवान नए 500 और 2000 के नोट छापने में 24 घंटे लगे हुए हैं।

author-image
abhiranjan kumar
एडिट
New Update
500 और 2000 के नए नोट छापने में आरबीआई ले रही है सेना की मदद
Advertisment

नोटबंदी के बाद सरकार और आरबीआई दोनों मिलकर इस प्रयास में है कि लोगों के बीच नए नोट जल्द से जल्द पहुंचे। इसके लिए दोनों मिलकर युद्ध स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। कैश के संकट को दूर करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सेना की मदद ले रही है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक मैसूर के प्रेस में करीब 200 जवान नए 500 और 2000 के नोट छापने में 24 घंटे जुटे हुए हैं। सोमवार से सेना के जवान छपाई के काम में वहां के स्टाफ को मदद कर रहे हैं। वह खुद भी पेपर को मशीन तक पहुंचाने, उसे मशीन में लोड करने, पैकेजिंग, लोडिंग और अनलोडिंग जैसे तमाम काम कर रहे हैं।

मैसूर स्थित भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड आरबीआई का नए करंसी नोटों की छपाई और आपूर्ति का प्रमुख केंद्र है। खबरों के मुताबिक नोट की छपाई के सभी 5 प्रेस में से आम तौर पर एक समय में 2 से 3 में छपाई का काम चलता है, लेकिन नोटबंदी के बाद के हालात से निपटने के लिए सभी पांचों प्रेस काम कर रहे हैं।

इसे भी पढ़ेंः आरबीआई ने लगाई पाबंदी, जन धन खातों से महीने में निकलेंगे मात्र 10,000 रुपये

ये सभी काम सख्त प्रोटोकॉल और कड़ी सुरक्षा के बीच किए जा रहे हैं। सेना के जवान छपी हुई करंसी के वितरण के दौरान सुरक्षा भी सुनिश्चित कर रहे हैं।

Source : News Nation Bureau

demonetisation army note ban
Advertisment
Advertisment
Advertisment