दुनिया में जारी प्रचलन का हवाला देते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अब अर्थव्यवस्था को मापने के लिए जीवीए (ग्रॉस वैल्यू एडेड) मॉडल को छोड़ दिया है।
अर्थव्यवस्था की रफ्तार को अब पुरानी जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के तरीके से ही मापा जाएगा।
गौरतलब है कि सरकार ने जनवरी 2015 के बाद से जीवीए की मदद से अर्थव्यवस्था को मापने का काम शुरू किया था।
जीवीए जहां सप्लाई आधारित आर्थिक रफ्तार को मापने का तरीका है वहीं जीडीपी मॉडल मांग या उपभोक्ता आधारित अर्थव्यवस्था को मापने का तरीका है।
आरबीआई के गवर्नर विरल आचार्य ने कहा कि तरीके को बदलने का मुख्य मकसद अंतरराष्ट्रीय मानकों को अपनाना है।
आचार्य ने कहा, 'वैश्विक तौर पर अर्थव्यवस्था को मापने का तरीका जीडीपी आधारित ही है। अंतरराष्ट्रीय निवेशक, संस्थाएं समेत अन्य इसी मानक को फॉलो करते हैं।'
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HIGHLIGHTS
- अर्थव्यवस्था को मापने के लिए RBI ने बदला तरीका
- GVA की जगह GDP से मापी जाएगी अर्थव्यवस्था
Source : News Nation Bureau