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झंडा नहीं खरीदने पर गरीबों को नहीं दिया जा रहा राशन, वरुण ने बताया शर्मनाक

भाजपा सांसद वरुण गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि राशन कार्ड धारकों को राष्ट्रीय ध्वज खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है.

Updated on: 10 Aug 2022, 09:00 PM

नई दिल्ली:

भाजपा सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने बुधवार को आरोप लगाया कि राशन कार्ड धारकों को राष्ट्रीय ध्वज खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है. उन्होंने एक वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए लिखा कि जो लोग अपनी गरीबी की वजह से राष्ट्रीय ध्वज नहीं खरीद पा रहे हैं, उनके हिस्से का अनाज उन्हें नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हर भारतीय के दिल में बसे तिरंगे की कीमत वसूल करना शर्मनाक है. इसके साथ ही बीजेपी सांसद ने कहा कि अगर आजादी की 75वीं वर्षगांठ का जश्न गरीबों पर बोझ बन जाए तो यह शर्मनाक होगा. केंद्र ने 'हर घर तिरंगा' अभियान शुरू किया है, जिसके तहत उसने लोगों से अपने घरों में झंडा फहराने का आग्रह किया है.


वरुण गांधी ने एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें लोगों को शिकायत करते देखा जा सकता है. वीडियो में लोग बता रहे हैं कि उन्हें 20 रुपए में झंडे खरीदने के लिए मजबूर किया गया. एक व्यक्ति ने कहा कि उसके पास झंडा खरीदने के लिए पैसे नहीं  होने पर राशन वितरक ने कहा कि उसे तब तक राशन नहीं मिलेगा, जब तक वह झंडा नहीं खरीदता है. यह पूछे जाने पर कि लोगों को राशन से वंचित क्यों किया जा रहा है, वीडियो में वितरक यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि उसके पास ऊपर से आदेश है कि राशन लेने वाले को झंडा खरीदना होगा, अन्यथा राशन नहीं मिलेगा. महिलाओं ने भी शिकायत की है कि उन्हें झंडे खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है.

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लगातार सरकारी की कमियों को उजागर करते रहे हैं वरुण गांधी
वरुण गांधी पिछले कुछ सालों से युवाओं के लिए नौकरी और पेपर लीक जैसे आम लोगों से जुड़े मुद्दे उठाते रहे हैं. हाल ही में जब भाजपा सांसद सुशील कुमार ने राजनीतिक दलों द्वारा मुफ्त उपहारों की प्रथा पर अंकुश लगाने की मांग की, तो गांधी ने कहा कि सरकार को सांसदों को पेंशन सहित अन्य सभी सुविधाओं को समाप्त करके चर्चा शुरू करनी चाहिए. गौरतलब है कि 3 अगस्त को भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने 'देश में राजनीतिक दलों द्वारा मुफ्त में देने की प्रथा पर अंकुश लगाने' के लिए शून्य काल में चर्चा कराने के लिए नोटिस दिया था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए वरुण गांधी ने कहा था कि सुशील मोदी ने आज सदन में 'मुफ्त की संस्कृति' को समाप्त करने पर चर्चा का प्रस्ताव रखा है, लेकिन जनता को दी गई राहत पर उंगली उठाने से पहले, हमें अपने भीतर देखना चाहिए. क्यों न चर्चा शुरू करें, क्या सांसदों को पेंशन समेत अन्य सभी सुविधाएं खत्म की जाए.