योगांध्र 2025 : विशाखापट्टनम में पीएम मोदी का स्वागत, आंध्र प्रदेश बना वैश्विक योग आंदोलन का केंद्र
पीएम मोदी ने ओडिशा को दी 18,653 करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात
मौत से चंद घंटे पहले तक शूटिंग करती रही ये एक्ट्रेस, कहलाती थी बॉलीवुड इंडस्ट्री की मां
Kota Suicide Case: कोट में युवक ने लगाया मौत को गले, आठ पन्नों के सुसाइड नोट में किया 4 लोगों का जिक्र
International Yoga Day 2025: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस आज, विशाखापत्तनम में PM मोदी, जम्मू कश्मीर पहुंचे रक्षा मंत्री
MP: श्योपुर में समय से पहले मानसून की दस्तक, भारी बारिश से खिरखिरी नदी में उफान, टूटा कई गांवों से संपर्क
भारत-इंग्लैंड टेस्ट : शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल के शतक, भारत का स्कोर 359/3
ईडी ने ईएसओपी अनियमितताओं को लेकर केयर हेल्थ इंश्योरेंस की जांच की, वरिष्ठ अधिवक्ता को भेजा गया समन वापस लिया
जिद, जुनून और जीत की मिसाल : 21 जून को जन्मी विनीता ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर लहराया था तिरंगा

'बीजेपी भगाओ देश बचाओ' रैली में लालू की राजनीतिक साख दांव पर

'बीजेपी भगाओ, देश बचाओ' रैली के पूर्व ही बीजेपी के विरोधी दलों के कई महत्वपूर्ण नेताओं के इसमें नहीं आने के ऐलान से विरोधी दलों की एकता की मुहिम को झटका लगा है।

'बीजेपी भगाओ, देश बचाओ' रैली के पूर्व ही बीजेपी के विरोधी दलों के कई महत्वपूर्ण नेताओं के इसमें नहीं आने के ऐलान से विरोधी दलों की एकता की मुहिम को झटका लगा है।

author-image
ruchika sharma
एडिट
New Update
'बीजेपी भगाओ देश बचाओ' रैली में लालू की राजनीतिक साख दांव पर

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद

बिहार की सत्ता से हाल में ही दूर हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की 27 अगस्त को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में होने वाली 'बीजेपी भगाओ, देश बचाओ' रैली को न केवल राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है बल्कि इस रैली को उनकी राजनीतिक साख और राजनीतिक पूंजी से जोड़कर भी देखा जा रहा है। 

Advertisment

रैली के पूर्व ही बीजेपी के विरोधी दलों के कई महत्वपूर्ण नेताओं के इसमें नहीं आने के ऐलान से विरोधी दलों की एकता की मुहिम को झटका लगा है।

महागठबंधन तोड़कर नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जा मिलने के बाद पटना में होने वाली राजद की इस रैली में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मायावती के नहीं आने से रैली का राजनीतिक रंग फीका होना तय माना जा रहा है। कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और बिहार प्रभारी सी़ पी़ जोशी रैली में शरीक होंगे।

राजद के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने आईएएनएस से कहा कि यह अभूतपूर्व रैली होगी। उन्होंने कहा कि यह रैली राजद की रैली है, जिसमें एक विचार के दलों को आमंत्रित किया गया है। इन दलों में कई बड़े नेता हैं। सोनिया गांधी और राहुल गांधी बड़े नेता हैं, वे लोग अपना प्रतिनिधि भेज रहे हैं। सिंह ने दावा कि यह विशाल रैली होगी, अगर सभी नेता पहुंच गए, तब क्या होगा? 

और पढ़ें: डेरा समर्थकों की हिंसा से उत्तर भारत में चरमराया जनजीवन, 250 ट्रेनें रद्द

बिहार के 38 में 19 जिलों के बाढ़ प्रभावित होने से भी रैली में भीड़ जुटने पर सवालिया निशान लगा है। लेकिन, राजद के कार्यकर्ता इस रैली को लेकर काफी उत्साहित हैं। पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी कई क्षेत्रों में जाकर लोगों को इस रैली में आने का आमंत्रण दिया है। 

राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने कहा, 'इस रैली की सफलता को लेकर कोई शंका नहीं होनी चाहिए। इस रैली में ही संभावित 2019 के लोकसभा चुनाव की स्क्रिप्ट लिखी जानी है।' 

जानकार कहते हैं कि इस रैली में प्रमुख बीजेपी विरोधी नेताओं की अनुपस्थिति और बाढ़ के बावजूद अगर राजद भीड़ जुटा लेती है, तब इस रैली को सफल माना जाएगा।

बिहार की राजनीति पर नजदीक से नजर रखने वाले पटना के पत्रकार संतोष सिंह कहते हैं, 'लालू जब-जब मुसीबत में फंसे हैं तब-तब उन्होंने रैली का आयोजन कर सामाजिक न्यास, धर्मनिपेक्षता जैसे मुद्दों को हवा दी है। यह उनका अपना स्टाइल है। एक बार फिर वे भ्रष्टाचार के मामले में घिरे हैं और रैली का आयोजन कर रहे हैं।' 

और पढ़ें: जरूरत बने रहने तक इंफोसिस में बना रहूंगा, अक्टूबर तक खोज लिया जाएगा नया CEO: नीलेकणी

सिंह मानते हैं कि यह रैली भी लालू को राजनीतिक संजीवनी देगी। उनका कहना है कि लालू इस रैली के माध्यम से राजनीतिक दलों को भी यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि उनका जनाधार अभी भी कायम है। ऐसे में लालू की राजनीतिक साख इस रैली से जुड़ी है। 

रैली में बीजेपी विरोधी दलों के नेताओं के मुख्य चेहरों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जद (यू) से बागी हुए शरद यादव और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का भाग लेना तय माना जा रहा है।

जद (यू) इस रैली को लेकर राजद पर निशाना साध रहा है। जद (यू) के प्रवक्ता संजय सिंह कहते हैं कि यह रैली भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे लालू परिवार के सदस्यों के चेहरों को साफ दिखाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि यह रैली लालू अपने दोनों बेटों को राजनीति में स्थापित करने के लिए बुला रहे हैं। 

Video: पंजाब-हरियाणा के बाद दिल्ली में डेरा उपद्रवियों की हिंसा और आगजनी, आनंद विहार में ट्रेन और बसें फूंकी

Source : IANS

Rashtriya Janata Dal Lalu Prasad BJP Bhagao Desh Bachao rally
      
Advertisment