राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों की PM मोदी से शाम 5.30 बजे बैठक, होगी अहम घोषणा

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं. शाम 5.30 बजे ट्रस्ट से सदस्यों ने प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का समय लिया है.

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं. शाम 5.30 बजे ट्रस्ट से सदस्यों ने प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का समय लिया है.

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Kuldeep Singh
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प्रतीकात्मक फोटो

राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों की PM मोदी से शाम 5.30 बजे बैठक( Photo Credit : प्रतीकात्मक फोटो)

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर सकते हैं. शाम 5.30 बजे ट्रस्ट से सदस्यों ने प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का समय लिया है. इस बैठक में मंदिर निर्माण को लेकर फैसला हो सकता है. इससे एक दिन पहले बुधवार को ही ट्रस्ट की पहली बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए थे. बताया जा रहा कि प्रधानमंत्री से मुलाकात को लेकर कोई अहम घोषणा हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मंदिर से भूमिपूजन के लिए आमंत्रित किया जा सकता है. 

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बुधवार को दिल्ली के आर-20, ग्रेटर कैलाश पार्ट-1 में आयोजित बैठक में महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया गया है. वहीं वीएचपी के चपंत राय को महामंत्री बनाया गया है. वहीं नृपेंद्र मिश्रा को मंदिर निर्माण समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. इस बैठक में कुल 9 प्रस्ताव पारित हुआ. बैठक में बसुदेवनन्द जी सरस्वती ने प्रस्ताव दिया कि नृत्यगोपाल दास को अध्यक्ष बनाया जाए. जिसके बाद महंत नृत्यगोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया गया. वहीं चंपत राय को ट्रस्ट का महामंत्री बनाया गया. वहीं, गोविंदेव गिरी को कोषाध्यक्ष बनाया गया. अगली बैठक अयोध्या में 15 दिनों के अंदर होगी.

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नृपेन्द्र मिश्रा बने निर्माण समिति के अध्यक्ष
अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए बने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में नृपेंद्र मिश्र को मंदिर निर्माण समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. ये वही नृपेंद्र मिश्रा हैं जिन्हें नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही अपना प्रधान सचिव नियुक्त कर लिया था. मोदी जब 2019 में दूसरी बार प्रधानमंत्री बने तो मिश्रा ने पद छोड़ने की पेशकश की और सितंबर 2019 से वह प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पद से रिटायर हो गए. उनको अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की अहम जिम्मेदारी मिलना इस बात का संकेत है कि प्रधानमंत्री मोदी खुद इस महत्वाकांक्षी प्रॉजेक्ट से कितने करीब से जुड़े हैं.

Source : News Nation Bureau

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