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राम नाथ कोविंद का अंबेडकर की अनदेखी के पीछे एनडीए की दलित विरोधी मानसिकता

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अंबेडकर की मूर्ति पर न जाने और राजघाट जाने से नाराज़ बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ये एनडीए की दलित विरोधी नीति को दर्शाता है।

Updated on: 25 Jul 2017, 07:42 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अंबेडकर की मूर्ति पर न जाने और राजघाट जाने से नाराज़ बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ये एनडीए की दलित विरोधी नीति को दर्शाता है।

कोविंद के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के सभी नेता मौजूद थे लेकिन बीएसपी प्रमुख मायावती इस समारोह में नहीं गईं। अपनी जगह पर उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा को भेजा।

उन्होंने कहा, 'जिस तरह राष्ट्रपति कोविंद राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की समाधि पर गए वैसे ही उनको संसद के प्रांगण में स्थित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति के सामने भी जाना चाहिये था। ये एनडीए की दलित विरोधी मानसिकता को दिखाता है।

मायावती ने पीएम मोदी की भी आलोचना की और कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं वो गुजरात के सीएम नहीं हैं। कई राज्य हैं जहां बाढ़ का प्रभाव है उन्हें उन राज्यों का भी ध्यान देना चाहिेये।'

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प्रधानमंत्री मोदी गुजरात में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। बानसकंठा और पाटने के बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर बाढ़ का जायजा लेंगे।

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