दिल्ली बॉर्डर से हट जाएगा किसान आंदोलन... राकेश टिकैत का केंद्र पर आरोप
टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार किसान आंदोलन को दिल्ली के विभिन्न सीमा क्षेत्रों से हटाकर जींद स्थानांतरित करवाना चाहती है.
highlights
- राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन को दबाने का लगाया आरोप
- केंद्र सरकार धरना-प्रदर्शन स्थल सीमा से हटाना चाहती है
- 5 जून को किया जाएगा राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन
जींद:
दिल्ली की सीमा पर चल रहा किसान आंदोलन (Farmers Protest) क्या यहां से हटाया जाएगा? संयुक्त किसान मोर्चा नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया. टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार किसान आंदोलन को दिल्ली के विभिन्न सीमा क्षेत्रों से हटाकर जींद स्थानांतरित करवाना चाहती है. उन्होंने केंद्र को चुनौती दी कि किसान सरकार की चाल को कामयाब नहीं होने देंगे. टिकैत ने यहां जींद और नरवाना के बीच स्थित खटकड़ टोल पर किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली के बॉर्डरों पर चल रहे किसान आंदोलन को जींद के आस-पास शिफ्ट करवाना चाहती है.
केंद्र की चाल कामयाब नहीं होने देंगे
दिल्ली के बॉर्डरों पर चल रहा किसानों का धरना वहीं पर जारी रहेगा, जो केंद्र सरकार की चाल है उसको कामयाब नहीं होने देंगे. हम दिल्ली को किसी सूरत में नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा में भी चल रहा आंदोलन जारी रहेगा. टोहाना पुलिस द्वारा पकड़े गए किसानों को लेकर राकेश टिकैत ने कहा, जो पकड़े गए वो हमारे ही बच्चे हैं. वो विधायक के आवास का घेराव करने चले गए होंगे. सब आंदोलन का ही हिस्सा है वो हमारे हैं, हम उन्हें समझाएंगे.
यह भी पढ़ेंः वैक्सीन की रार बदली तकरार में, कैबिनेट बैठक में CM गहलोत के सामने 2 मंत्री आपस में भिड़े
5 जून को देशभर में करेंगे प्रदर्शन
उन्होंने हाल में उत्तर प्रदेश में हुए पंचायत के चुनाव में भाजपा द्वारा कम सीटें जीतने की ओर ध्यान दिलाते हुए दावा किया यह पार्टी 2022 के विधानसभा चुनाव भी हारेगी क्योंकि राज्य सरकार ने कोई काम नहीं किया. उन्होंने दावा कि राज्य में आज भी गन्ना किसानों का 23 हजार करोड़ रुपए बकाया है. टिकैत ने कहा कि पांच जून को तीनों नये कृषि कानूनों के बनने के एक साल पूरे होने पर देश भर में भाजपा एवं उनके सहयोगी दलों के सांसदों, विधायकों, मंत्रियों के आवास के बाहर किसान तीनों कानूनों की प्रतियां जला कर रोष प्रकट करेंगे.
यह भी पढ़ेंः पहलवान सुशील की महिला मित्र पर भी कसा शिकंजा, दर्ज हो सकती है FIR
संयुक्त मोर्चा का आह्वान उपद्रव फैलाने का नहीं
इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा के गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा था कि टोहाना विधायक देवेंद्र सिंह बबली के घर का घेराव करने जा रहे लोगों के साथ संयुक्त मोर्चा नहीं है. वे बागी हो गए हैं. कुछ लोग अपनी राजनीति चमका रहे हैं. संयुक्त मोर्चा का आह्वान उपद्रव फैलाने का नहीं है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Maa Lakshmi Puja For Promotion: अटक गया है प्रमोशन? आज से ऐसे शुरू करें मां लक्ष्मी की पूजा
-
Guru Gochar 2024: 1 मई के बाद इन 4 राशियों की चमकेगी किस्मत, पैसों से बृहस्पति देव भर देंगे इनकी झोली
-
Mulank 8 Numerology 2024: क्या आपका मूलांक 8 है? जानें मई के महीने में कैसा रहेगा आपका करियर
-
Hinduism Future: पूरी दुनिया पर लहरायगा हिंदू धर्म का पताका, क्या है सनातन धर्म की भविष्यवाणी