टेस्ट में 300 विकेट लेने वाले आठवें ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज बने पैट कमिंस
पूरा महाराष्ट्र हादसे के पीड़ितों के दुख में शामिल : देवेंद्र फडणवीस
सीएम रेखा गुप्ता ने उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के विकास कार्यों की समीक्षा की
'दुख की घड़ी में हैं भारत के साथ', अहमदाबाद में हुए विमान हादसे पर दुनिया भर के नेताओं ने जताया शोक
डब्ल्यूटीसी फाइनल : दूसरे दिन गिरे 14 विकेट, दूसरी पारी में शुरुआती झटकों के बाद संभली ऑस्ट्रेलियाई टीम
अहमदाबाद विमान हादसा: जयराम रमेश ने विजय रूपाणी के साथ अपनी दोस्ती को याद किया
'राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे', ऐसा नहीं कहा तो पार्टी से निकाला : लक्ष्मण सिंह
Haridwar Firing Case: पुलिस ने फगवाड़ा से दो शूटरों को दबोचा, गैंगवार की पुरानी रंजिश निकली वजह
Karishma Kapoor ex husband died: नहीं रहे करिश्मा कपूर के एक्स पति संजय कपूर, पति पर गंभीर आरोप लगा लिया था तलाक

100 करोड़ तक में राज्यसभा सीट से लेकर गवर्नर पद, CBI ने रैकेट का ऐसे किया भंडाफोड़

इस पूरे मामले में CBI ने चार से अधिक लोगों को आरोपित किया है. इनमें से कुछ की पहचान महाराष्ट्र निवासी कर्मलाकर प्रेमकुमार बंदगर, कर्नाटक निवासी रवींद्र विट्ठल नाइक और दिल्ली निवासी महेंद्र पाल अरोड़ा और अभिषेक बूरा के रूप में हुई है. 

इस पूरे मामले में CBI ने चार से अधिक लोगों को आरोपित किया है. इनमें से कुछ की पहचान महाराष्ट्र निवासी कर्मलाकर प्रेमकुमार बंदगर, कर्नाटक निवासी रवींद्र विट्ठल नाइक और दिल्ली निवासी महेंद्र पाल अरोड़ा और अभिषेक बूरा के रूप में हुई है. 

author-image
Vijay Shankar
New Update
CBI

CBI ( Photo Credit : File)

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने राज्यसभा (Rajyasabha) की सीट के लिए 100 करोड़ रुपये तक का वादा करने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ (Bust) किया है. केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने पैसे के लेन-देन से ठीक पहले आरोपी को पकड़ लिया गया. सीबीआई के अधिकारियों ने कहा कि आरोपी ने गवर्नर (Governor) के लिए 100 करोड़ रुपये तक की भी पेशकश की. केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई पिछले कुछ हफ्तों से एक फोन इंटरसेप्ट के माध्यम से कॉल की पूरी जानकारी ले रहा था, क्योंकि उन्होंने आरोपी पर अपना ध्यान केंद्रित कर दिया था. मामले के प्रत्यक्ष जानकार लोगों ने अपना पहचान नहीं उजागर करने की सलाह दी है.

Advertisment

ये भी पढ़ें : SSC Scam : पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी विशेष अदालत में पेश

इस पूरे मामले में CBI ने चार से अधिक लोगों को आरोपित किया है. इनमें से कुछ की पहचान महाराष्ट्र निवासी कर्मलाकर प्रेमकुमार बंदगर, कर्नाटक निवासी रवींद्र विट्ठल नाइक और दिल्ली निवासी महेंद्र पाल अरोड़ा और अभिषेक बूरा के रूप में हुई है. सूत्रों ने कहा कि आरोपियों ने लोगों को झूठा आश्वासन देकर धोखा देने के लिए एक विस्तृत रैकेट चलाया कि वे राज्यसभा में सीटों की व्यवस्था करेंगे. इसके अलावा राज्यपाल बनाने या सरकारी संगठनों, मंत्रालयों और विभागों के अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति करेंगे.

जांच से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया, "अभिषेक बूरा ने अपने कनेक्शन का इस्तेमाल करने और उच्च स्तरीय सरकारी अधिकारियों तक पहुंचने के लिए कर्मलाकर प्रेमकुमार बंदगर के साथ साजिश रची, जो इस तरह की नियुक्तियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते थे. सीबीआई की पहली सूचना रिपोर्ट में स्पष्ट विवरण है कि कैसे रैकेट ने लोगों को 100 करोड़ तक धोखा देने के लिए राज्यसभा सीट का वादा किया था. सूत्रों ने कहा कि एक वरिष्ठ सीबीआई अधिकारी के रूप में बंदगर ने मोहम्मद एजाज खान सहित अन्य आरोपियों से कहा कि वे किसी भी तरह का काम करें, जिसे वह एक बड़ी राशि के बदले में तय कर सकें. 

Rs 100 crore racket busted who provide rajya sabha seat for 100 crore Rajya Sabha seat Rs 100 crore CBI rajya sabha seat सीबीआई CBI Case सीबीआई का भंडाफोड़ Central Bureau of Investigation Rs 100 crore Rajya Sabha seat cbi cbi-inquiry गर्वनर राज्यसभा सांसद
      
Advertisment