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राजनाथ सिंह ने रूसी समकक्ष को चेताया, एटमी हथियारों का विकल्प सही नहीं

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि टेलीफोन पर हुई चर्चा में शोइगू ने राजनाथ सिंह को यूक्रेन की परिस्थितियों की जानकारी दी, जिसमें 'डर्टी बम' के उपयोग की संभावना के बारे में उनकी चिंताएं शामिल थीं

Updated on: 26 Oct 2022, 06:23 PM

highlights

  • रूस-यूक्रेन के बीच शत्रुता के दौरान रूसी रक्षामंत्री की पहल पर चर्चा 
  • 'डर्टी बम' के उपयोग की संभावना के बारे में चिंताएं शामिल थीं
  •  परमाणु विकल्प की मदद नहीं लेनी चाहिए:  राजनाथ 

नई दिल्ली:

रूस और यूक्रेन में चल रहे युद्ध (Russo-Ukrainian War) को आठ माह बीत चुके हैं. इस दौरान दोनों देश कूटनीतिक संपर्क साधने का प्रयास कर रहे हैं. इस कड़ी में रूस के रक्षा मंत्री सर्गेइर्द शोइगु ने बुधवार को भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ( Defence Minister Rajnath Singh) से फोन पर बातचीत की. रक्षा मंत्री ने कहा कि यूक्रेन विवाद को बातचीत के जरिए हल किया जाना चाहिए, इसके साथ किसी भी पक्ष को परमाणु विकल्प का सहारा नहीं लेना चाहिए. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि टेलीफोन पर हुई चर्चा में सर्गेइर्द शोइगु ने राजनाथ सिंह को यूक्रेन की परिस्थितियों की जानकारी दी, जिसमें 'डर्टी बम' के उपयोग की संभावना के बारे में उनकी चिंताएं शामिल थीं. रूस और यूक्रेन के बीच शत्रुता के दौरान रूसी रक्षामंत्री की पहल पर यह चर्चा हुई. 

रक्षा राजनाथ सिंह ने कहा कि किसी भी पक्ष को परमाणु विकल्प का सहारा नहीं लेना चाहिए. संघर्ष के जल्द समाधान को लेकर बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर आगे बढ़ने की आवश्यकता है. भारत के रुख को सामने रखते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी पक्ष को परमाणु विकल्प की मदद नहीं लेनी चाहिए. क्योंकि परमाणु या रेडियोलाजिकल हथियार मानव जाति के मूल सिंद्धातों के विरुद्ध है. 

 

यूक्रेन के कई शहरों को निशाना बना रहा रूस 

दो सप्ताह पहले रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाले पुल को ध्वस्त कर दिया गया था. इसके जवाब में मास्को ने यूक्रेन के कई शहरों को निशाना बनाया. कई जगहों पर मिसाइलें दागी गईं. इससे रूस और यूक्रेन के ​बीच शत्रुता बढ़ गई. इस दौरान रूस ने यूक्रेन के बिजली पानी का संकट पैदा कर दिया है. मास्को ने पुल ध्वस्त होने की वारदात के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया है.