केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को आतंकवाद और नक्सलवाद के मुद्दे को लेकर कहा कि सरकार सभी कदम उठा रही है जिससे कि इनसे निपटा जा सके. उन्होंने कहा कि सरकार नक्सलवाद और आतंकवाद समेत सभी संभावित राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरों से निपटने के लिए आगे भी सभी जरूरी कदम उठाने से नहीं हिचकेगी. राजनाथ सिंह ने कोलकाता में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक के बाद कहा, 'चाहे यह माओवाद हो, नक्सलवाद हो या अतिवाद हो, किसी भी तरह का सुरक्षा से संबंधित खतरा हो, सभी से निपटा जाएगा. हम किसी भी संभावित सुरक्षा खतरे से निपटने के लिए जो भी जरूरी है, उसे कर रहे हैं और हम लगातार ऐसा करते रहेंगे.'
उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, ओडिशा के वित्तमंत्री शशि भूषण बेहेरा और केंद्र व राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की. उन्होंने कहा, 'बैठक सफल रही, क्योंकि 30 में से कुल 26 मामले सुलझा लिए गए.'
विभिन्न राज्यों से केंद्रीय बलों को हटाने के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को चुनाव जैसी परिस्थितियों में बलों को दोबारा तैनात करने की कुछ खास बाध्यता है, लेकिन उन्होंने आश्वासन दिया कि जब भी जरूरी होगी, राज्यों को पर्याप्त बल उपलब्ध कराए जाएंगे.
इसे भी पढ़ेंः राजनाथ सिंह का हमला, 'UPA के कार्यकाल में नक्सलियों की तुलना में अधिक सुरक्षाबलों की हुई थी मौत'
सिंह ने कहा, 'मैं सहमत हूं कि राज्यों को केंद्रीय बलों की जरूरत है. हालांकि केंद्र सरकार की भी कुछ खास बाध्यताएं हैं. जब किसी खास राज्यों में चुनाव होते हैं, हमें वहां केंद्रीय बलों को भेजना होता है. इसलिए बलों को कहीं दोबारा तैनात करने के लिए कहीं से हटाना पड़ता है.'
सिंह ने कहा, 'हालांकि, ऐसा नहीं है कि केंद्र राज्यों को पर्याप्त बल मुहैया नहीं कराएगा. हम जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त केंद्रीय बलों को भेजेंगे.'
Source : News Nation Bureau