केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में पूर्ण सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए श्रीनगर पहुंचे. वह यहां उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने के अलावा कुछ राजनीतिक प्रतिनिधियों से भी चर्चा करेंगे. वह राजभवन में राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात करेंगे. राज्य में जून में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद यह राजनाथ सिंह का कश्मीर घाटी का पहला दौरा है.
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बीते दिनों कहा था कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और यह हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहेगा. उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत इसे हमसे छीन नहीं सकती. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) की एक विशिष्ट इकाई, रैपिड एक्शन फोर्स(आरएएफ) की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर मंत्री ने कहा, 'कश्मीर हमारा है, हमारा था और हमारा रहेगा. दुनिया की कोई भी ताकत इसे हमसे छीन नहीं सकती.'
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आरएएफ दंगों, कानून-व्यवस्था के मामलों और साथ ही राहत एवं बचाव अभियानों में अपनी भूमिका निभाता है. सिंह ने कश्मीरी लोगों और आतंकवादियों से निपटने के दौरान संतुलन बनाने के प्रयास के लिए सीआरपीएफ की सराहना की.
उन्होंने कहा, 'यदि कुछ कश्मीरी युवा कुछ ऐसी हरकते करते हैं, जिसे उन्हें नहीं करना चाहिए, तो इसलिए क्योंकि उन्हें(युवाओं) कुछ लोग उकसाते हैं. आप उन्हें सही तरीके से संभालते हैं, क्योंकि आप महसूस करते हैं कि वे हमारे देश के हैं.'
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सिंह ने कहा, 'लेकिन अगर कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो, दुनिया की कोई भी ताकत आपको उसे विफल बनाने से नहीं रोक सकती.'
मंत्री ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में कमी आई है और सुरक्षा बल आतंकवादियों को माकूल जवाब दे रहे हैं.
Source : News Nation Bureau