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सर्वदलीय बैठक में विपक्षी नेताओं के साथ हुई बातचीत, शाम में स्पीकर के साथ होगी चर्चा

सोमवार से संसद का मानसून सत्र (Monsoon session of Parliament) शुरू हो रहा है. इस सत्र से पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों एक्टिव हो गए हैं. मानसून सत्र से पहले सरकार विपक्ष को भरोसे में ले लेना चाहती है.

Updated on: 18 Jul 2021, 03:57 PM

नई दिल्ली:

19 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से पहले सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. इसमें सरकार ने विपक्ष के साथ मंत्रणा की. बैठक में सत्ता पक्ष ने विपक्ष से मानसून सत्र को सुचारू रुप से चलाने के अपील की.. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए. बैठक में हिस्सा लेने के लिए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और पीयूष गोयल संसद भवन पहुंचे. इसके अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन और डीएमके तिरुचि शिवा संसद पहुंचे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, लोकसभा स्पीकर के साथ शाम को बैठक बुलाई गई है. 

संसद सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाने की परंपरा है. संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू होकर 13 अगस्त तक चलेगा. इस दौरान संसद में 19 दिन कामकाज चलेगा. कोरोना की दूसरी लहर के बाद यह संसद का पहला सत्र होने जा रहा है. मानसून सत्र के इस बार हंगामेदार होने की आशंका है. विपक्षी पार्टियां भाजपा सरकार को पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम, कोविड कुप्रबंधन और वैक्सीन की किल्लत, विदेश नीति, राफेल डील समेत जैसे कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी की है.

17 बिल लाएगी सरकार 
संसद के इस सत्र में मोदी सरकार 17 नए बिल लाएगी. इनमें से तीन बिल अध्यादेशों की जगह लेंगे. कई बिल इनमें से ऐसे भी हैं, जिनका सीधा सरोकार आम लोगों से है. मोदी सरकार इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल लाने वाली है. इस बिल के पास होकर कानून बनने के बाद देश के हर इलाके में बिजली सप्लाई करने वाली सिर्फ एक ही कंपनी नहीं रहेगी. इसकी जगह एक ही इलाके में कई कंपनियां बिजली की सप्लाई करेंगी. उपभोक्ता जिस कंपनी का चाहे, उसका कनेक्शन ले सकेगा. इसके अलावा मोदी सरकार डिपॉजिट इंश्योरेंस क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन बिल भी संसद के इसी सत्र में लाएगी. इस बिल के पास होने के बाद बैंकों में उपभोक्ताओं की पांच लाख तक की जमा राशि सुरक्षित हो जाएगी. अब तक सिर्फ एक लाख की जमा राशि ही बैंकों के डूबने की हालत में लोगों को मिलती है.

आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य
इससे पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि संसद की कार्यवाही शुरू के दौरान कोरोना संबंधी सभी नियमों का पालन किया जाएगा. जिन लोगों ने टीके की दोनों डोज नहीं ली है उन्हें संसद परिसर में प्रवेश से पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाना होगा.

इतने सांसद ले चुके हैं कोरोना वैक्सीन
लोकसभा सचिवालय के मुताबिक, राज्यसभा के 231 सांसदों में से 200 सांसदों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है, जबकि16 ने कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ले ली है. वहीं लोकसभा में 540 में से 470 सांसदों ने कम से कम टीके के एक खुराक ले ली है.