गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने नक्सल समस्या से निपटने के लिए 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मुलाकात की है। उन्होंने मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में कहा, 'देश में वामपंथी उग्रवाद की समस्या का निदान अचानक से संभव नहीं है।'
सिंह ने कहा कि नक्सल समस्या से निपटने के लिए कोई शॉर्ट कट रास्ता नहीं है और इसके लिए लॉन्ग टर्म नीति बनाने की जरूरत है। सुकमा हमले के बाद केंद्र सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ अपनी रणनीति में बदलाव किया है।
गृह मंत्री ने कहा कि पुरानी घटनाओं से सीख लेते हुए हमें अपनी नीति में अग्रेशन लाने की जरुरत है।
मीटिंग की मुख्य बातें:
- ऑपरेशन की अगुवाई राज्य करे। हम अर्धसैनिक बल का सहयोग करेंगे।
- इंटेलिजेंस एजेंसी और सुरक्षा बलों को स्थानीय जनता के साथ नेटवर्क विकसित करने की जरुरत है।
- वर्तमान में UAV का इस्तेमाल बहुत कम हो रहा है जिसे बढ़ाने की जरुरत है।
- हर बटालियन के साथ यूएवी/मिनी यूएवी होनी चाहिए।
छत्तीसगढ़ नक्सली हमले के 12 संदिग्ध आरोपी हिरासत में लिए गए
- अत्याधुनिक उपकरणों मसलन हाई रेज्यूलेशन PTZ कैमरा, जीपीएस ट्रैकिंग, रडार और सैटेलाइट इमेज जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करने की ज़रुरत है।
- नक्सली द्वारा लुटे हुए हथियारों का इस्तेमाल रोकने के लिए, हथियारों में ट्रैकर, स्मार्ट गन्स ट्रिगर में बॉयोमीट्रिक्स और जिलेटिन और दूसरे एक्सप्लोसिव मटेरियल में यूनिक इडेन्टिफिक्शन नंबर का प्रयोग करने की ज़रुरत।
- राज्य सरकार की इन चीजों के लिए केंद्र सरकार पूरी मदद को तैयार है।
- वामपंथी उग्रवादियों की फाइनेंशियल चेकिंग इस लड़ाई में महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा राजनाथ सिंह ने सिक्योरिटी फ़ोर्सेस को SOP का पालन करने की आदत डलवानी चाहिए। उन्होने नक्सली समस्या से निपटने के लिए समाधान मंत्र दिया।
सुकमा के बाद अब गढ़चिरौली में नक्सली हमला, 1 पुलिसकर्मी की मौत, 11 घायल
IPL से जुड़ी ख़बरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Source : News Nation Bureau