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राजनाथ सिंह ने की तमिल भाषा की तारीफ, लेकिन इस बात के लिए मांगी माफी

राजनाथ सिंह ने की तमिल भाषा की तारीफ, लेकिन इस बात के लिए मांगी माफी

Updated on: 21 Feb 2021, 07:22 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार को तमिलनाडु के सलेम दौरे पर थे. इस दौरान केंद्रीय रक्षामंत्री ने तमिल भाषा की तारीफ करते हुए इसे बहुत खूबसूरत भाषा बताया, इस दौरान उन्होंने मंच से बीजेपी की युवा इकाई को संबोधित करते हुए इस बात के लिए माफी भी मांगी कि वो तमिल नहीं बोल पाते हैं. मंच से भारतीय जनता युवा मोर्चा को संबोधित करते हुए कहा कि वो तमिल बोलने में सक्षम नहीं हैं इसलिए वो माफी चाहते हैं. राजनाथ सिह ने भाजयुमो को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं तमिल में और बोलना चाहता था, लेकिन तमिल जोकि एक खूबसूरत भाषा है, मैं नहीं बोल सकता इसलिए आप सभी से माफी मांगता हूं.'

इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की भूमिका का जिक्र किया, राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने केवल कोरोना वायरस संक्रमण पर ही काबू नहीं पाया है बल्कि इस महामारी को रोकने के लिए हमने इसके लिए मेड इन इंडिया वैक्सीन का निर्माण भी किया है. राजनाथ सिंह ने कहा कि इस वैक्सीन का इस्तेमाल हम केवल देश में ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि दूसरे देशों को अपनी वैक्सीन देकर उनकी मदद भी कर रहे हैं.

कोरोना महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था पर बुरा असर
राजनाथ सिंह ने इस दौरान बताया कि बीते वर्ष कोरोना महामारी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था बहुत खराब रही. इसका असर भी दिखाई दिया. आपको बता दें कि कोरोना महामारी के चलते कई सेक्टर सकी कंपनियां बंद हो गईं थीं और बेरोजगारी की वजह से लोगों को अपने घरों पर लौटना पड़ा था. राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि, ऐसे बुरे समय में भी हमारी सरकार ने ऐसा काम किया कि अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) को भी हमारी तारीफ करनी पड़ी है. आईएमएफ ने कहा है कि 2021-22 में भारत की GDP 11% से भी ज्यादा होगी.

ग्रामीण अर्थव्‍यवस्‍था पर बोले राजनाथ
रक्षा मंत्री ने इस दौरान केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का भी उल्लेख किया जिसमें सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था बढ़ाने पर जोर दे रही है. उन्होंने कहा, 'गांव की अर्थव्यवस्था को विकसित बनाने के लिए हम गांव में पक्की सड़कें बनाने का काम तेजी से कर रहे हैं. किसान सम्मान निधि के अंतर्गत किसानों के खाते में हर साल 6,000 रुपये डालने का काम हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया हैं. इस दौरान रक्षा मंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही उन योजनाओं का भी उल्लेख किया, जिसके जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था में इजाफा हो रहा है.