पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों पर भारतीय वायुसेना के हमले के बाद के घटनाक्रम में व्यस्त केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को त्रिपुरा में प्रस्तावित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक भवन की आधारशिला रखने का कार्यक्रम फिलहाल स्थगित कर दिया है. त्रिपुरा के गृह विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि सिंह दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसकी आधारशिला रखने वाले थे. यह भवन अगरतला के निकट अखौरा में भारत-बांग्लादेश की सीमा से लगे एकीकृत जांच चौकियों पर बीएसएफ के जवानों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाया जा रहा है.
त्रिपुरा के गृह विभाग के एक अधिकारी ने कहा, "भारतीय वायुसेना के पाकिस्तान पर हमला करने के बाद गृहमंत्री की व्यस्तता को देखते हुए कार्यक्रम टाल दिया गया है." इसी बीच, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने कहा, "मैं अपने निडर सशस्त्र बलों के साहस और बहादुरी को सलाम करता हूं."
इससे पहले अहले सुबह हमले के बाद बौखलाए पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने टि्वटर पर बयान दिया था कि भारतीय वायुसेना के विमानों ने एलओसी का उल्लंघन किया है. हालांकि उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के वायुसेना ने तत्काल रिस्पांड किया तो भारत के विमान वापस लौट गए.
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न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक के दौरान मौलाना अम्मार (जो अफगानिस्तान और कश्मीर ऑपेरशन से जुड़ा था) और मौलाना ताल्हा सैफ (मौलाना मसूद अजहर का भाई था) निशाने पर थे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर का बहनोई युसूफ अजहर भी इस सर्जिकल स्ट्राइक 2 में ढेर हुआ है. बता दें कि युसूफ अजहर कांधार कांड का मास्टरमाइंड था.
मौलाना अम्मार और मौलाना ताल्हा सैफ के अलावा मुफ्ती अजहर खान (कश्मीर ऑपरेशन का सरगना) और इब्राहिम अजहर (मसूद अजहर का बड़ा भाई) भी भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक के दौरान निशाने पर थे.
बता दें कि इब्राहिम अजहर IC-814 hijacking में शामिल था. 24 दिसंबर 1999 को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी-814 ने नेपाल के काठमांडू स्थित त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी थी. विमान में 180 यात्री और क्रू मेंबर सवार थे.
Source : IANS