मणिपुर में हुई शर्मनाक घटना से पूरा देश गुस्से में है. वहीं विपक्ष सरकार पर मणिपुर हिंसा पर सदन में चर्चा के लिए दबाव बना रहा है. कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष मोदी सरकार से जवाब मांग रहा है. दूसरी ओर राजस्थान में कांग्रेस सरकार के मंत्री ने ही अपनी सरकार को महिला सुरक्षा को लेकर घेरा है. इसपर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त कर दिया है. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को कांग्रेस के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने मणिपुर में हुई महिलाओं के साथ दरिदंगी की बात करते हुए कहा कि हमें अपने गिरबां में झाकने की जरूरत है. बता दें कि राजस्थान के जोधपुर में भी एक ही परिवार के चार लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है.
बीजेपी हुई हमलावर
गुढ़ा के बयान के बाद बीजेपी अब राजस्थान सरकार पर हमलावर हो गई है. विधानसभा विपक्ष के नेता और बीजेपी विधायक राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट करते हुए लिखा, राजस्थान में बहन-बेटियों के ऊपर हो रहे अत्याचारों व दुष्कर्म की असलियत स्वयं सरकार के मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा बता रहे हैं. उन्होंने कहा कहा कि संविधान के आर्टिकल 164(2) के अनुसार मंत्रिमंडल सामूहिक उत्तरदायित्व के आधार पर काम करता है और एक मंत्री के बयान पूरे मंत्रिमंडल यानी सरकार को माना जाता है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हमारी नहीं तो कम से कम अपने मंत्री के बयान पर संज्ञान लो. गृहमंत्री के रूप में लचर कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी तो संभाल लो
कौन हैं राजेंद्र सिंह गुढ़ा?
अब सवाल ये है कि ये राजेंद्र गुढ़ा कौन हैं? राजेंद्र सिंह गुढ़ा राजस्थान सरकार में होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा मंत्री हैं. आपको बता दें कि राजेंद्र गुढ़ा का विवादित बयानों से पुराना नाता है. वह हमेशा विवादित बयान देकर मीडिया में बने रहते हैं. उनके कुछ ऐसे बयान हैं, जिनकी वजह से उनकी काफी फजीहत हुई. उन्होंने 11 जुलाई 2023 को कहा था कि 'सीता बेहद सुंदर थीं, उनकी इसी सुंदरता के पीछे भगवान राम और रावण पागल थे.
खुद की तुलना मां सीता के गुणों से करते हुए राजेंद्र गुढ़ा ने आगे कहा कि आज मेरे गुणों के कारण ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट मेरे पीछे भाग रहे हैं. वहीं 17 अप्रैल 2023 को कहा कि मां का दूध पिया है तो सचिन पायलट के खिलाफ कार्रवाई करके बताएं. ऐसे कई विवादिय बयान है, जो राजेंद्र गूढ़ा के द्वारा दिया गया है.
Source : News Nation Bureau