राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जयपुर में पार्टी मुख्यालय के बाहर भाजपा के पोस्टरों में वापसी हुई है - एक ऐसा घटनाक्रम, जिसे राज्य में राजनीतिक समीकरणों में बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। नए मुख्यमंत्री का चुनाव इस साल के अंत में होना है।
पिछले दो साल से पार्टी मुख्यालय पर लगे होर्डिग्स पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया समेत केंद्रीय नेताओं की तस्वीरें नजर आ रही थीं।
राज्य में पार्टी के नए संगठनात्मक ढांचे के आने के बाद राजे भाजपा के पोस्टरों पर दिखाई नहीं दे रही थीं।
पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने निर्देश दिया है कि विपक्ष के नेता और प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष और प्रधानमंत्री की तस्वीर उन पोस्टरों पर होनी चाहिए, जहां पार्टी सत्ता में नहीं है, जबकि भाजपा द्वारा चलाए जा रहे राज्यों में इसमें मुख्यमंत्री, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष, राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर होगी।
हालांकि, नड्डा के राजस्थान दौरे के दौरान पार्टी मुख्यालय में एक नया पोस्टर लगाया गया था, जिसमें कटारिया और पूनिया के साथ वसुंधरा राजे को भी देखा गया था।
इस बदलाव से पार्टी में कई तरह की अटकलों को बल मिला है।
भाजपा ने गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान पोस्टरों में एक पूर्व मुख्यमंत्री का चेहरा शामिल किया था। इसी तरह कर्नाटक में पोस्टरों पर एक पूर्व सीएम के चेहरे का प्रचार किया गया। सूत्रों के मुताबिक, यह पूर्व मुख्यमंत्रियों को सम्मान देने की पार्टी की रणनीति का हिस्सा है।
दिलचस्प बात यह है कि वसुंधरा राजे को राजस्थान में भाजपा की जन आक्रोश यात्रा के पोस्टरों में जगह दी गई थी।
वहीं, 23 जनवरी को एंटरटेनमेंट पैराडाइज में हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सतीश पूनिया और गुलाबचंद कटारिया के साथ वसुंधरा राजे के होर्डिग लगाए गए थे।
नड्डा की हालिया राजस्थान यात्रा के दौरान, राजे को भाजपा के राष्ट्रीय प्रमुख और राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ मंच साझा करते देखा गया था।
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Source : IANS