राजस्थान विधानसभा में पहली बार 14 नवंबर को बाल सत्र आयोजित होगा, जिसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मुख्य अतिथि होंगे।
विधानसभा में 200 विधायक हैं, इसलिए बाल दिवस के अवसर पर विधानसभा सभागार में होने वाले सत्र के लिए 200 बच्चों को आमंत्रित किया गया है।
विधानसभा अध्यक्ष द्वारा आमंत्रितों को पहले ही विधानसभा के कामकाज के बारे में जानकारी दी जा चुकी है कि विपक्ष के नेता सवाल क्यों पूछते हैं। मंत्रियों को कैसे जवाब देना है? प्रश्नकाल कैसे होता है? सदन में स्थगन प्रस्ताव कौन लाता है?
विधानसभा अध्यक्ष डॉ सी.पी. जोशी के अनुसार, कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में राजनीतिक जागरूकता और भागीदारी बढ़ाना है।
25 दिसंबर, 2020 को जोशी ने डिजिटल बाल मेला सीजन-1 के विजेताओं से भी मुलाकात की।
जोशी ने बच्चों से भी पूछा बच्चों की सरकार कैसी होनी चाहिए? इस सवाल का जवाब देने के लिए बच्चों ने वीडियो बनाकर अपने विचारों को उनके साथ शेयर किया।
दुनिया के कुछ अन्य देशों की तरह भारत में भी बच्चों की राजनीतिक समझ का सम्मान किया जाना चाहिए। विधानसभा के एक बयान में कहा गया है कि समाज को बच्चों की समस्याओं और उनके दिमाग में चल रहे समाधान के बारे में पता होना चाहिए।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और राजस्थान संसदीय संघ के राजस्थान शाखा सचिव विधायक संयम लोढ़ा बच्चों को संबोधित करेंगे।
ओम बिरला जहां सुबह 11 बजे स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के विशेष बाल सत्र का उद्घाटन करेंगे, वहीं अध्यक्ष स्वागत भाषण देंगे।
राजस्थान देश का एकमात्र राज्य है जहां बाल दिवस पर राज्य की विधानसभा में बाल सत्र होगा।
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Source : IANS