जयपुर में एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के हॉस्टल से 200 से ज्यादा कश्मीरी छात्रों को निकाले जाने और फिर विरोध के बाद यह कदम वापस लेने की खबर है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार की ओर से इन छात्रों को स्कॉलरशिप मिल रही रही थी। लेकिन पिछले कुछ महीनों से उनकी स्कॉलरशिप यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट के पास नहीं पहुंची थी।
यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट हालांकि बाद में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद हॉस्टल सुविधा जारी रखने के लिए राजी हो गया।
एक कश्मीरी छात्र अर्शित महमूद के मुताबिक, 'हम सभी यहां 2014 में प्रधानमंत्री स्कॉलरशिप स्कीम के तहत कश्मीर से आए थे। पिछले तीन साल से कोई समस्या नहीं थी। लेकिन इस सत्र से यूनिवर्सिटी ने यह कहकर हमें हॉस्टल सुविधा देने से मना कर दिया कि स्कॉलरशिप के पैसे उनके पास नहीं पहुंचे हैं।'
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महमूद के मुताबिक एक अगस्त से सभी छात्र को सड़क किनारे या फिर किसी और जगह पर रहने को मजबूर होना पड़ा।
महमूद ने बताया, 'हमें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, क्योंकि हमारे पास रहने को कोई जगह नहीं थी। हमारे पास खाना खरीदने तक के पैसे नहीं थे। यूनिवर्सिटी ने 3 साल तक हमारा साथ दिया लेकिन अब उन्होंने हॉस्टल में हमे रखने से मना कर दिया।'
इस बीच सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी के चीफ मेंटर सुंधाशु ने कहा, 'केंद्र ने स्कॉलरशिप रिलीज नहीं किया है और हम फंड का इंतजार कर रहे हैं। यहां 200 से ज्यादा छात्र हैं जो समस्या झेल रहे हैं लेकिन अब हमने उन्हें हॉस्टल में रहने की इजाजत दे दी है और मामला सुलझ गया है।'
Source : News Nation Bureau